प. बंगाल चुनाव: पीएम मोदी की चुनावी रैलियों की डिटेल आई, जानिए किस दिन कहां होगी जनसभा
पीएम मोदी 18 मार्च को पुरुलिया में, 20 मार्च को खड़पुर में, 21 मार्च को बांकुरा में जनसभा को संबोधित करेंगे।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों को लेकर पीएम मोदी की रैलियों की डिटेल आ गई है। प्रधानमंत्री मोदी कुल सात जगहों पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी 18 मार्च को पुरुलिया में, 20 मार्च को खड़पुर में, 21 मार्च को बांकुरा में और 24 मार्च को कांथी में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद 1 अप्रैल को वे मथुरापुर और उलबेरिया में चुनावी रैलियां करेंगे। पीएम मोदी की तीन अप्रैल को आरामबाग में जनसभा को संबोधित करेंगे।
आपको बता दें कि पिछले पांच साल में भाजपा राज्य में महत्वपूर्ण राजनीतिक खिलाड़ी बनकर उभरी है। एक वक्त जिस राज्य में वाम दलों और तृणमूल कांग्रेस के अलावा किसी का नाम सुनाई नहीं देता था, आज भाजपा उस गढ़ में पैठ बनाने में कामयाब रही है। 2014 में 34 लोकसभा सीटें जीतने वाली तृणमूल कांग्रेस इस आम चुनाव में 22 सीटें ही जीत पाई। कांग्रेस चार सीटों से घट कर दो पर आ गई और माकपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई।
यशवंत सिन्हा TMC में शामिल हुए
पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन के धुर विरोधी यशवंत सिन्हा शनिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए आठ चरणों में होने वाले चुनाव से पहले यह कदम उठाया है। सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं, लेकिन भगवा पार्टी के नेतृत्व से मतभेदों के चलते वर्ष 2018 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी। उनके बेटे जयंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से भाजपा के लोकसभा सदस्य हैं।
यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘‘देश अजीब परिस्थिति से गुजर रहा है, हमारे मूल्य और सिद्धांत खतरे में हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र की मजबूती संस्थाओ में निहित है और सभी संस्थाओं को व्यवस्थागत तरीके से कमजोर किया जा रहा है।’’ सिन्हा (83 वर्षीय) ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करने की शपथ ली। तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा,‘‘हम अपनी पार्टी में यशवंत सिन्हा का स्वागत करते हैं। उनकी हिस्सेदारी से चुनाव में भाजपा के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।’’ सिन्हा ने वर्ष 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में वित्तमंत्री की जिम्मेदारी निभाई थी और इसके बाद वाजपेयी मंत्रिमंडल भी उन्हें इस मंत्रालय का कार्यभार मिला। उन्होंने वाजपेयी सरकार में विदेशमंत्री की भी जिम्मेदारी निभाई।