“सेना पर तख्तापलट का आरोप, मोहन चंद्र शर्मा की हत्या पर राजनीति”, पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लगी चोट पर उनसे सहानुभूति भी जताई, प्रधानमंत्री ने कहा, “देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी है जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में रचा बसा है, इसलिए जब दीदी को चोट लगी तो हमें भी चिंता हुई, मेरी भगवान से प्रार्थना है कि उनके पैरों की चोट जल्द से जल्द ठीक हो।”
पुरुलिया। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पुरुलिया में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया और अपनी रैली के दौरान टीएमसी सुप्रीमो तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया। बाटला हाउस एनकाउंटर के समय ममता बनर्जी के बयान का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उससे पता चलता है कि तुष्टिकरण के लिए यह लोग किस हद तक जा सकते हैं।
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “बंगाल की जनता को याद है जब आपने देश की सेना पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया, जब पुलवामा हमला हुआ तो आप किसके साथ खड़ी थी, यह भी बंगाल के लोग भूले नहीं हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा “2-3 दिन पहले दिल्ली की एक अदालत ने एक बहुत बड़ा फैसला सुनाया, यह फैसला बाटला हाउस एनकाउंटर से जुड़ा है। इस एनकाउंटर ने भारत में आतंकवाद और आतंकवाद के पीछे जो ताकते हैं उनके असली चेहरे को उजागर कर दिया है। इसी एनकाउंटर में एक आतंकी की गोली ने देश के जांबाज सपूत इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा जी को शहीद कर दिया था। अदालत ने अब उस आतंकी को फांसी की सजा सुनाई है, लेकिन ममता दीदी का उस समय का व्यव्हार कोई भूल नहीं सकता। उस समय आतंकवादियों के साथ खड़े थे ये लोग और एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे थे। तुष्टिकरण के लिए यह लोग किस हद तक जा सकते हैं यह उसका बहुत बड़ा उदाहरण है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनावों से ही बंगाल के लोग पश्चिम बंगाल में सरकार बदलने का मन बना चुके हैं। उन्होंने कहा, “बंगाल में घुसपैठ को हवा देने के पीछे भी तुष्टिकरण ही वजह है, देश को वंदे मातरम का पाठ पढ़ाने वाली इस पवित्र धरती पर दीदी के इस व्यव्हार की उम्मीद किसी को नहीं थी। इसलिए बंगाल के लोग बहुत पहले से मन बना चुके हैं। बंगाल के लोग बहुत पहले से कह रहे हैं, लोकसभा में टीएमसी हाफ इस बार पूरी साफ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लगी चोट पर उनसे सहानुभूति भी जताई, प्रधानमंत्री ने कहा, “देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी है जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में रचा बसा है, इसलिए जब दीदी को चोट लगी तो हमें भी चिंता हुई, मेरी भगवान से प्रार्थना है कि उनके पैरों की चोट जल्द से जल्द ठीक हो।”
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने तृणमूल कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में कटमनी और तोलाबाजी का आरोप लगाया, उन्होंने कहा, “बीते 10 सालों में कट कमिशन और तोलाबाजी कल्चर का सबसे बड़ा नुकसान बंगाल के गरीब, दलित, वंचित और आदीवासी को ही हुआ। लाखों गरीबों को जो पक्के घर मिल रहे हैं उसमें भी टीएमसी के तोलाबाज हर कदम पर अडंगा लगाते हैं, केंद्र से गरीब के लिए सस्ता चावल भेजा जाता है उसको भी टीएमसी के तोलाबाज नहीं छोड़ते, बीते साल कोरोना के समय जब महीनों तक मुफ्त चावल और दाल का प्रबंध किया गया तो दीदी के तोलाबाजों ने उसमें भी घोटाला कर दिया। जब अंफन तूफान आया और बंगाल की जनता राज्य सरकार की ओर उम्मीद लगाए देख रही थी, तो दीदी ने क्या किया था, अगर सहायता राशि चाहिए तो एक हिस्सा पार्टी ऑफिस में जमा कराइए, अगर नुकसान नहीं हुआ हो तो बी आपको सहायता राशि मिल सकती है लेकिन शर्त यही है कि पार्टी ऑफिस में पैसे जमा कराइए। ऐसी आपदा में टीएमसी की कटमनी चलती रही। हम डीबीटी यानि डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांस्फर चलाते हैं और वे टीएमसी यानि ट्रांस्फर माइ कमिशन चलाते हैं इसलिए तो आयुष्मान भारत योजना और किसान सम्मान निधी योजना लागू नहीं की।”
प्रधानमंत्री मोदी ने रैली में कहा कि पश्चिम बंगाल में अपराधी खुले घूम रहे हैं लेकिन कार्रवाई नहीं होती। प्रधानमंत्री ने भाजपा की सरकार बनने पर इससे मुक्ति का भरोसा दिया, उन्होंने कहा, “बंगाल में क्राइम है क्रिमनल हैं लेकिन जेल में नहीं, माफिया है, खुसपैठिए हैं लेकिन खुले घूम रहे हैं, सिंडिकेट है स्कैम है लेकिन कार्रवाई नहीं होती, भाजपा की सरकार में कानून का राज फिर से स्थापित किया जाएगा, क्रिमिनल माफिया और भ्रष्टाचारी को कानून जेल के हवाले करके रहेगा।”