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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज बंगाल: PM मोदी के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर दिया दो-दो एंबुलेंस को रास्ता, हो रही है तारीफ

बंगाल: PM मोदी के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर दिया दो-दो एंबुलेंस को रास्ता, हो रही है तारीफ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तक तमाम नेता विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रैलियां कर रहे हैं।

बंगाल: PM मोदी के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर दिया दो-दो एंबुलेंस को रास्ता, हो रही है तारीफ- India TV Hindi बंगाल: PM मोदी के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर दिया दो-दो एंबुलेंस को रास्ता, हो रही है तारीफ

कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तक तमाम नेता विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रैलियां कर रहे हैं। ऐसे में जाहिर है कि बंगाल की सड़कों पर वीआईपी काफिलों की संख्या बढ़ गई है। सोमवार को पीएम मोदी भी बंगाल में ही थे। यहां के बारासात में जब वह काफिले के साथ निकले तो सड़क पर एक ऐसी घटना हुई, जिसके कारण सोशल मीडिया पीएम मोदी की जमकर सराहना हो रही है।

दरअसल, पीएम मोदी के काफिला के सामने से अचानक दो ऐंबुलेंस आईं तो, पीएम मोदी के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें रास्ता दिया। बता दें कि प्रधानमंत्री के काफिले के दौरान सड़क को पूरी तरह से खाली करा लिया जाता है। इस दौरान किसी को भी सामने आने-जाने की इजाजत नहीं होती है। यह सब प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जाता है, यही प्रोटोकॉल निर्धारित है। 

यही प्रोटोकॉल सोमवार को भी फॉलो किया जा रहा था लेकिन फिर जब काफिले के सामने से दो ऐंबुलेंस आती दिखीं तो एसपीजी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए खास व्यवस्था के तहत उन्हें रास्ता दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले की इस पहल की जमकर सराहना की जा रही है।

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी के काफिले ने ऐंबुलेंस को गुजरने की छूट दी है। ऐसा पहले भी हुआ है। पहले भी कई बार पीएम के काफिले ने प्रोटोकॉल तोड़कर ऐंबुलेंस को रास्ता दिया है। पीएम मोदी अपने काफिले से लोगों को होने वाली परेशानी का पूरा ध्यान रखते हैं और कोशिश करते हैं लोगों को कम से कम परेशानी हो या न हो। 

हाल ही में जब पीएम मोदी कोरोना की वैक्सीन लगावाने के लिए दिल्ली के AIIMS गए थे, तब उन्होंने अलसुबह का वक्त सिर्फ इसीलिए चुना था, जिससे उनके काफिले के कारण लोगों को कम से कम परेशानी हो। क्योंकि, सुबह में सड़क पर कम लोग होते हैं।