नई दिल्ली. पंजाब कांग्रेस में घमासान जारी है। नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह लगातार एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। अब नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य में बिजली व्यवस्था को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर tweets के जरिए निशाना साधा है। हालांकि ट्वीट्स के बाद सिद्धू को शायद याद नहीं रहा कि वो अपने ही घर का बिजली का 8.6 लाख रुपये बिल जमा करना भूल गए हैं। आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकार में बिजली मंत्रालय ही दिया था लेकिन उन्होंने 2 साल बाद मंत्रालय संभालने से इंकार कर दिया।
पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) के अधीक्षण अभियंता जीएस खैरा ने लोकल मीडिया से बातचीत में कहा कि यह आठ महीने से अधिक का बिल था जिसका भुगतान किया जाना था। सिद्धू का हम पर (PSPCL) 17,62,742 रुपये बकाया है। लेकिन उन्होंने मार्च में करीब 10 लाख रुपये का भुगतान किया था, जब हमने वसूली अभियान चलाया था। बाद में सरचार्ज राशि को लेकर कुछ आपत्ति जताई और उसे लंबित रखा। उनके मामले की समीक्षा की जा रही है।
ट्वीट कर क्या बोले सिद्धू?
नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को ट्विटर पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को राज्य में चल रहे बिजली संकट से निपटने के तरीके सुझाए। उन्होंने कहा कि अगर हम सही दिशा में काम करते हैं तो बिजली कटौती या सीएम को office timings का समय बदलने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। नवजोत सिंह सिद्दू ने एक के बाद एक नौ ट्वीट्स ऐसे समय में किए हैं जब राज्य के विपक्षी दल लगातार कांग्रेस पार्टी की सरकार पर लंबे पावर कट्स के लिए हमलावर हैं।
सिद्धू ने पिछले महीने एक कांग्रेस पैनल से मुलाकात के बाद अमरिंदर की आलोचना करना बंद कर दिया था। हालांकि शुक्रवार सुबह उन्होंने ट्वीट किया कि बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौतों की सच्चाई और पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली कैसे दी जाए के बारे में ट्वीट किया। हालांकि जब सिद्धू कैप्टन को सलाह दे रहे थे, उसी दौरान उनपर विपक्षी दल बिजली का बिल जमा न करने को लेकर हमलावर भी थे। बसपा पदाधिकारी गुरबख्श सिंह शेरगिल ने कहा कि सिद्धू को बिजली संकट को हल करने के बारे में सलाह देने से पहले अपने बिजली बिल को प्राथमिकता देनी चाहिए थी।