नई दिल्ली: मिथुन चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी में शामिल हो गए जिसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि वो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे लेकिन वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने खुद इस बात की जानकारी दी। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मिथुन चक्रवर्ती से उनकी बात हुई थी लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। हालांकि, मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी प्रत्याशियों के लिए प्रचार करते जरूर नजर आएंगे। बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में मिथुन चक्रवर्ती का नाम है।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, "मेरी मिथुन चक्रवर्ती से बात हुई थी, उन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया है। अगर पार्टी निर्णय करेगी तो हम मिथुन दा से बात करेंगे और यदि वे चुनाव लड़ना चाहेंगे तो हम लड़ाएंगे।" मिथुन को बीजेपी में लाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने अहम भूमिका निभाई है। इससे पहले मिथुन के घर पहुंचकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुलाकात की थी तभी से उनके बीजेपी में आने के कयास लगाए जा रहे थे।
इस बीच बीजेपी में शामिल होते हीं केंद्र सरकार ने मिथुन चक्रवर्ती को ‘वाई प्लस’ श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा प्रदान की है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) यह सुरक्षा घेरा प्रदान करेगा। 70 वर्षीय मिथुन रविवार को कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में बीजेपी में शामिल हुए थे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘चक्रवर्ती को वाई प्लस श्रेणी का सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया है और पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ सशस्त्र सीआईएसएफ कमांडो रहेंगे।’’ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा संबंधी खतरे को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता को सुरक्षा प्रदान करने की सिफारिश गृह मंत्रालय से की गयी थी। झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को भी इसी तरह की सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
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