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Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 इलेक्‍शन न्‍यूज ममता बनर्जी के पैर में फ्रैक्चर, एक्स-रे रिपोर्ट आई सामने

ममता बनर्जी के पैर में फ्रैक्चर, एक्स-रे रिपोर्ट आई सामने

पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनावी प्रचार के दौरान घायल हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पांव में फ्रैक्चर आया है। इंडिया टीवी द्वारा एक्सेस की गई एक्स-रे रिपोर्ट से पता चला है कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को बाएं टखने में फ्रैक्चर हुआ है।

Mamata Banerjee's x-ray report shows fracture in left ankle- India TV Hindi Image Source : INDIA TV पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनावी प्रचार के दौरान घायल हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पांव में फ्रैक्चर आया है।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में चुनावी प्रचार के दौरान घायल हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पांव में फ्रैक्चर आया है। इंडिया टीवी द्वारा एक्सेस की गई एक्स-रे रिपोर्ट से पता चला है कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को बाएं टखने में फ्रैक्चर हुआ है। ममता की हालत स्थिर है। हालांकि, उन्हें अस्पताल से जल्द छुट्टी मिलने की संभावना नहीं है। इससे पहले अस्पताल से जारी अपने पहले बयान में ममता बनर्जी ने कहा है कि वे 3-4 दिन में वापस लौटेंगी और हो सकता है कि कुछ दिन तक पैर में तकलीफ की वजह से व्हील चेयर पर रहना पड़े। 

ममता बनर्जी के इस बयान से संकेत मिल रहे हैं कि वे आने वाले दिनों में व्हील चेयर पर बैठकर चुनाव प्रचार कर सकती हैं। अस्पताल से जारी अपने पहले बयान में ममता बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, "जितने भी यूथ हैं मैं उनको कहना चाहती हूं कि आप सभी शांति बनाए रखें, मुझे कल बहुत चोट लगी थी, अभी भी मुझे सीने, सिर और हाथ पांव में दर्द महसूस हो रहा है। मैं गाड़ी के बोनट के पास नमस्कार कर रही थी तब ज्यादा प्रेशर आया और गाड़ी मेरे ऊपर चढ़ गई।"

उन्होंने आगे कहा, "मेरे पास जो दवाएं थी वो खाने के बाद मैं कोलकाता के लिए निकल गई। मैं अपील करूंगी कि सबलोग शांति बनाए रखें, कुछ ऐसा न करें जिससे आम लोगों को परेशानी हो। 3-4 दिन में मैं वापस लौट आऊंगी, हो सकता है कुछ दिन तक मुझे पैर की वजह से व्हील चेयर पर रहना पड़े।"

तृणमूल कांग्रेस ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ममता बनर्जी को इससे पहले भी चुप कराने की कोशिशें होती रही हैं। टीएमसी ने ट्वीट में लिखा, “ये पहली बार नहीं है जब ममता बनर्जी को चुप कराने की कोशिश की गई है। इससे पहले भी, किसानों के समर्थन में खड़े होने के लिए उनपर हमला किया गया था लेकिन कोई चीज उन्हें तोड़ नहीं सकती। वो हमेशा आपकी आवाज थीं, हैं और रहेंगी।”

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