कूचबिहार की घटना के बाद चुनाव आयोग पर बरसीं ममता बनर्जी! बोलीं- MCC का नाम बदलकर रख दो 'मोदी कोड ऑफ कंडक्ट'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चुनाव आयोग को चुनाव आचार संहिता (Election Code of Conduct) का नाम बदलकर MCC - मोदी कोड ऑफ कंडेक्ट कर देना चाहिए!
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चुनाव आयोग को चुनाव आचार संहिता (Election Code of Conduct) का नाम बदलकर MCC - मोदी कोड ऑफ कंडेक्ट कर देना चाहिए! ममता बनर्जी ने आगे कहा कि बीजेपी अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन इस दुनिया में कुछ भी उन्हें अपने लोगों के साथ होने और अपना दर्द साझा करने से नहीं रोक सकता। ममता बनर्जी ने ये भी कहा, "वे मुझे कूच बिहार में 3 दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों से मिलने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं 4 वें दिन वहां पहुंचूंगी!"
आपको बता दें कि कल बंगाल में हुए चौथे चरण के मतदान के दौरान कूच बिहार जिले में हिंसा देखने को मिली थी। यहां एक बूथ पर स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षा बलों पर किए गए हमले के बाद CISF की तरफ से फायरिंग की गई थई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा कूच बिहार में एक पोलिंग एजेंट की भी मौत हुई थी, जिसे भाजपा द्वारा अपना कार्यकर्ता बताया जा रहा है। इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए कूच बिहार जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका को दूर करने के लिए अगले 72 घंटे तक वहां नेताओं के जाने पर रोक लगायी है। इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल चुनाव के पांचवें चरण के लिए मतदान से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार समाप्त होने की सीमा को बढ़ाकर 72 घंटे कर दिया है।
पुलिस बोली- लोगों ने राइफल छीनने की कोशिश की
पुलिस ने बताया कि कूचबिहार जिले में स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के जवानों ने गोलियां चलायीं, जिसमें चार लोग मारे गए। पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर अर्द्धसैनिक बल के जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की थी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक निर्वाचन आयोग के विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे द्वारा सौंपी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि 350 से 400 लोगों की भीड़ ने केंद्रीय बलों का घेराव किया जिसके बाद ‘‘आत्मरक्षा’’ में उन्हें गोलियां चलानी पड़ीं। इस घटना के बाद इलाके में हिंसा भड़क उठी जहां बम चले जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय बलों ने लाठीचार्ज किया। एक अन्य घटना में सीतलकूची के पठानतुली में मतदान केंद्र संख्या 85 के बाहर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हो गया जिसमें 18 वर्षीय आनंद बर्मन की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कूच बिहार में अगले 72 घंटों तक नेताओं के प्रवेश पर रोक
चुनाव आयोग ने कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ने की किसी भी आशंका से बचने के लिये कूच बिहार जिले में अगले 72 घंटों तक नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। आदेश में यह भी कहा गया कि नौ विधानसभा क्षेत्रों वाले कूच बिहार में जहां मतदान शनिवार को संपन्न हो गया वहां किसी भी राष्ट्रीय, क्षेत्रीय या अन्य दल के राजनेता को अगले 72 घंटों तक जिले की भौगोलिक सीमा में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। निर्वाचन आयोग ने कहा, “यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है।”
निर्वाचन आयोग के आदेश में ये भी कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग निर्देश देता है कि पांचवें चरण (17 अप्रैल को होने वाले चुनाव) के लिये चुनाव प्रचार नहीं होने की अवधि को बढ़ाकर 72 घंटे किया जाएगा। आयोग ने कहा कि मतदान से 72 घंटे पहले प्रचार की इजाजत नहीं दी जाएगी जिससे स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित हो सकें। आम तौर पर मतदान से 48 घंटे पहले रोक दिया जाता है।