कोलकाता: ममता बनर्जी को एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि ममता का स्वास्थ्य अब बेहतर है। उनके बार-बार अनुरोध के कारण उन्हें उचित निर्देशों के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया है। 7 दिनों के बाद उनकी चोट की दोबारा जांच की जाएगी। दो दिन पहले नंदीग्राम में चुनावी सभा के दौरान ममता बनर्जी के पैर में चोट लग गई थी। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीति जारी है। अब अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ममता बनर्जी को घर में आराम करने की सलाह दी गई है। सात दिन बाद डॉक्टर दोबारा उनकी चोट की जांच करेंगे।
अस्पताल के वुडबर्न ब्लॉक के बाहर मौजूद काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं का बनर्जी ने अभिवादन किया। वह व्हीलचेयर पर बैठी हुई थीं और उनके बायें पैर में प्लास्टर लगा हुआ था। वह अपने वाहन से कालीघाट स्थित आवास के लिए रवाना हुईं। उनके भतीजा और डायमंड हार्बर के सांसद अभिषेक बनर्जी, पार्टी के सहयोगी और राज्य के मंत्री फरहाद हाकिम भी अस्पताल में मौजूद थे।
चिकित्सक ने कहा, ‘‘उनकी हालत काफी सुधरी है और उन्होंने बार-बार अस्पताल से छुट्टी देने पर जोर दिया। वह थोड़ा-बहुत चल सकती हैं लेकिन एक हफ्ते के अंदर फिर से जांच के लिए उन्हें आने की जरूरत पड़ेगी।’’ नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में बुधवार की शाम को चुनाव प्रचार के दौरान बनर्जी को चार-पांच अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर धक्का दिया, जिससे वह गिर पड़ीं और जख्मी हो गईं।
बता दें कि ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा था कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान कथित रूप से धक्का दिये जाने की वजह से उनके एक पैर में चोट लगी है। घटना शाम को उस वक्त घटी जब बनर्जी रियापारा इलाके में एक मंदिर के बाहर खड़ी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी कार के बाहर खड़ी थी जिसका दरवाजा खुला था। मैं वहां मंदिर में प्रार्थना करने जा रही थी। कुछ लोग मेरी कार के पास आए और दरवाजे को धक्का दिया। कार का दरवाजा मेरे पैर में लग गया।’’
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटना के समय मौके पर कोई स्थानीय पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। नंदीग्राम से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहीं बनर्जी ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे साजिश है। इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं क्योंकि मुख्यमंत्री को जेड-प्लस की सुरक्षा प्राप्त है।
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