करीमगंज/हैलाकांडी (असम)। असम में मतदान दल द्वारा भाजपा प्रत्याशी की पत्नी के वाहन में एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ले जाए जाने के मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। करीमगंज जिला उप अधीक्षक अनबामुथन एमपी ने मामले की जांच के लिए शुक्रवार रात आदेश जारी किए।
6 अप्रैल को होगा असम में अंतिम चरण का मतदान
असम में विधानसभा चुनाव के बीच इस घटना ने बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। मंगलवार (6 अप्रैल) को अंतिम चरण का मतदान होना है। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राजेशन तेरांग को जांच करके तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है, 'इस घटना ने मतदान वाली ईवीएम की सुरक्षा को खतरा पैदा किया है और कानून व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।'
जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि किन परिस्थितयों में मतदान पार्टी ने निजी वाहन में यात्रा की और इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि अधिकारियों की ओर से कहीं कोई चूक थी या कोई साजिश। गौरतलब है कि गुरुवार रात को करीमनगर कस्बे के बाहरी इलाके में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद पुलिस को हालात नियंत्रित करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी।
दरअसल, कुछ लोगों ने देखा की ईवीएम को स्ट्रांग रूम तक ले जाने के लिए भाजपा प्रत्याशी के वाहन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका उन्होंने विरोध और हंगामा किया। चुनाव आयोग ने चार चुनाव अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और केन्द्र पर दोबारा मतदान कराने के आदेश दिए हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आयोग से जांच करने को कहा है। इस बीच पुलिस ने घटना के बाद हुई हिंसा को दिखाने के आरोप में कम से कम छह लोगों को गिरफ्तार किया है।