नंदीग्राम। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दौरान नंदीग्राम विधानसभा सीट पर पत्रकारों पर हमला हुआ है। इंडिया टीवी के पत्रकार पवन नारा की गाड़ी पर कुछ लोगों ने पत्थर फेंके हैं। नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी के काफिले के पीछे जब इंडिया टीवी की गाड़ी चल रही थी तो उस समय प्रदर्शनकारियों ने शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर पत्थर फेंके और उसके पीछे चल रही मीडिया की गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया। पत्थरबाजी की वजह से इंडिया टीवी संवाददाता पवन नारा को चोटें आई हैं। अन्य मीडिया कर्मियों को भी चोटें लगी हैं। यह हमला शतंगाबाड़ी के पास हुआ है।
इंडिया टीवी के घायल पत्रकार पवन नारा ने बताया कि मतदान के दिन भाजपा प्रत्याशी शभेंदु अधिकारी नंदीग्राम में हर पोलिंग बूथ कर रहे हैं और उनको साथ में मीडिया भी कवर कर रहा है, ऐसे ही एक पोलिंग बूथ से जब शुभेंदु अधिकारी निकले तो उनके काफिले के पीछे मीडिया की गाड़ियां भी थी। पवन नारा ने बताया कि शुभेंदु अधिकारी के काफिले के पीछे चल रही इंडिया टीवी की गाड़ी पर पत्थरबाजी की गई जिसमें वे घायल हो गए, उन्होंने बताया कि पत्थरबाजों ने इंडिया टीवी की गाड़ी के ऊपर पत्थर और ईंटें फेंकना शुरू कर दिए, पत्थरबाजी में गाड़ी के सीशे टूटे हैं और अंदर बैठे लोगों को चोटें आई हैं।
शुभेंदु अधिकारी और मीडिया पर हमले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के निर्दोष लोगों पर फेंका गया एक एक पत्थर से तृणमूल कांग्रेस की अराजकता को बाहर करने के लिए रास्ता तैयार करने में किया जाएगा।
इंडिया टीवी के कैमरामैन ने पत्थरबाजी करने वाले लोगों को यह भी बताया कि मीडिया की टीम है और वह चुनाव कवर करने आई है, लेकिन इसके बावजूद पत्थरबाजों ने एक नहीं सुनी और हमला कर दिया। पवन नारा ने बताया कि हमला शुभेंदु अधिकारी के काफिले को निशाना बनाते हुए किया गया था और उसी की चपेट में मीडिया की गाड़ियां भी आई हैं।
इस हमले के बाद शुभेंदु अधिकारी ने इंडिया टीवी संवाददाता पवन नारा के साथ बात करते हुए कहा, "मीडिया हमारे संविधान का स्तंभ है, और मीडिया पर हमला जंगलराज है। यह पूरे देश को देखना चाहिए और बंगाल के मतदाता आगे आने वाले चरणों में इसका जवाब देंगे।"
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "पश्चिम बंगाल में चुनाव के समय लोगों को डराने के लिए हिंसा की जा रही है, इस बार ज्यादा वोटिंग की वजह से लोगों को परिवर्तन नजर आ रहा है और हताश होकर वे हिंसा पर उतर आ गए हैं।"