लखनऊ: कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने इंडियां टीवी के कार्यक्रम चुनाव मंच में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि मुसलमानों से शुरू हुई बात मंदिर तक पहुंच गई। मेरा ये मानना है कि यदि मुझे अपनी इज्जत करानी है तो मुझे आपकी और आप सबकी इज्जत करनी होगी। यदि मुझे अपने धर्म की इज्जत करानी है तो आपके धर्म की भी इज्जत करनी होगी।
नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने कहा कि मैं तुलसीदास जी के जिले का रहने वाला हूं। मैं जितनी इज्जत कुरान, हदीस की करता हूं उतनी ही इज्जत ऋग्वेद, समवेद, अथर्ववेद, श्रीमद्भगवतगीता और रामचरितमानस की करता हूं। इस हिंदुस्तान को ही मंदिर-मस्जिद क्यों न बना दिया जाए।
कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने कहा कि जो इनका संकल्प पत्र है, उसे उठाकर रख लें। 10 फीसदी भी पूरा नहीं हुआ है। अब फिर उनको चुनाव में जाना है, और इसीलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए ये मंदिर-मस्जिद की बात लेकर आते हैं। सिद्दिकी ने कहा मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि आपकी सरकार इतनी संवेदनशील हैं कि लाखों लाशें कोरोना में नदियों में तैरती रहीं, सड़ती रहीं। किसान 10 महीने से सर्दी, गर्मी में बैठा रहा, आपकी सरकार बात नहीं करती, और आप संवेदनशील हैं।