नयी दिल्ली/कोलकाता। निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आठवें और अंतिम चरण के मतदान में 76 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। दिल्ली में आयोग ने एक बयान जारी कर बताया कि अंतिम चरण में 35 विधानसभा क्षेत्रों के सभी 11,860 मतदान केंद्रों पर मतदान ‘शांतिपूर्ण’ रहा। सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र में अमताली माध्यमिक शिक्षा केंद्र नामक मतदान केंद्र पर गुरुवार को ही फिर से मतदान संपन्न हुआ।
गत 10 अप्रैल को कूचबिहार में केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से कथित तौर पर की गई गोलीबारी में पांच लोगों के मारे जाने के बाद इस मतदान केंद्र पर मतदान निलंबित कर दिया गया था। आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों की राइफल छीनने का प्रयास किया था जिसके बाद गोलीबारी की गई।
पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरीज़ आफताब ने कोलकाता में बताया कि मतदान के आंकड़े पांच बजे तक के हैं जबकि मतदान शाम साढ़े छह बजे तक चला। आफताब ने बताया कि बीरभूम जिले में सबसे ज्यादा 81.87 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद मालदा में 80.06 फीसदी, मुर्शिदाबाद में 78.07 प्रतिशत और कोलकाता में 57.53 फीसदी वोट पड़े।
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उन्होंने बताया, “ मतदान आज शांतिपूर्ण रहा, लेकिन हिंसा की चंद घटनाएं रिपोर्ट हुईं।” आयोग के मुताबिक, आठवें चरण के मतदान में 11,860 बैलट यूनिट, 11,860 कंट्रोल यूनिट और 11,860 वीवीपैट का उपयोग किया गया। आमतौर पर एक ईवीएम के साथ एक कंट्रोल यूनिट, कम से कम एक बैलट यूनिट और एक पेपर ट्रेल मशीन होती है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में गुरुवार तक 339.45 करोड़ रुपये की नकदी, शराब और मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दूसरी वस्तुएं जब्त किए जाने की जानकारी सामने आई। यह आंकड़ा 2016 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 7.65 गुना अधिक है। आयोग ने अंतिम चरण के चुनाव के लिए सुरक्षा बलों की 641 कंपनियां तैनात की थी। मतगणना दो मई को होगी।
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