नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों को लेकर बड़ी बात कही है। आयोग ने कहा कि इस साल के आखिर में जम्मू-कश्मीर विधासभा के चुनाव कराए जाएंगे। वहीं, चुनाव की तारीखों को लेकर आयोग ने कहा कि तारीखों का ऐलान अमरनाथ यात्रा के बाद किया जाएगा। आयोग ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर की स्थितियों पर लगातार नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी जानकारियां हासिल कर रहा है।
देश में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के साथ चार प्रदेशों के विधानसभा चुनाव भी हुए थे लेकिन तब चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को देखते हुए यहां विधानसभा चुनाव कराने से इनकार कर दिया था। इसे लेकर जम्मू-कश्मीर की सियासी पार्टियों ने खूब बवाल भी किया था लेकिन आयोग का कहना था कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने लायक नहीं है। इसीलिए अब चुनाव आयोग ने प्रेस नोट जारी कर विधानसभा चुनावों की जानकारी दी है।
चुनाव आयोग की प्रेस विज्ञप्ति
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए अंतिम चुनाव नवंबर और दिसंबर 2014 में हुआ था जिसमें पीडीपी को 28 और भारतीय जनता पार्टी को 25 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इनके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं। ऐसी स्थिति में राज्य में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन दोनों दलों के बीच तालमेल नहीं बैठ पाने की वजह से पिछले साल जून में भाजपा ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया था।
BJP के समर्थन वापस लेने और विधानसभा में किसी भी दल द्वारा सरकार बनाने के दावा पेश नहीं करने की वजह से राज्यपाल ने विधानसभा को स्थगित कर दिया था। नवंबर में सियासी सरगर्मी के बीच राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर दी थी और तभी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।