बेंगलुरु: कांग्रेस-जद (एस) के 17 अयोग्य विधायकों के कर्नाटक उपचुनाव में लड़ने पर फैसला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन होने के बीच राज्य भाजपा में उनको टिकट देने के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ विधायक उमेश कट्टी ने रविवार को कहा कि उन्हें अपना रास्ता तलाशना होगा। इन विधायकों के सहयोग से सत्ता में आया भगवा दल उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने पर उनमें से अधिकतर विधायकों को उपचुनावों में उतारने की योजना बना रहा है।
विधायकों ने अपनी अयोग्यता को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। कट्टी ने कहा, ‘‘राजू कागे, लक्ष्मण सावदी, अशोक पुजारी मेरे करीबी मित्र हैं। मैं बात करूंगा (पार्टी नेतृत्व से) अभी तक टिकट जारी नहीं किए गए हैं। जब जारी किए जाएंगे, फिर देखते हैं इन तीनों को टिकट मिलेगा, अगर उन्हें टिकट नहीं मिला, फिर देखते हैं।’’
चिकक्कोडी में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजू कागे ने कहा था कि वह कांग्रेस में नहीं जाएंगे और पार्टी नेतृत्व से मुलाकात करने के बाद भाजपा से टिकट मांगेंगे। कट्टी ने कहा कि कागे ने कहा था कि अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह अपना रास्ता खुद अख्तियार करेंगे। कट्टी ने कहा, ‘‘कागे भाजपा में रहेंगे, उन्हें टिकट मिलेगा (कगवाड से)।’’
अयोग्य विधायकों के प्रतिनिधित्व वाले 17 में से 15 सीटों पर चुनाव आयोग ने निर्वाचन टाल दिया था और अब ये चुनाव पांच दिसम्बर को तय किए गए हैं। मतों की गिनती नौ दिसम्बर को होगी।