नई दिल्ली: भाजपा ने सोमवार को निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य विधानसभा चुनाव में मुसलमानों को अपनी पार्टी के पक्ष में एक साथ आने तथा मतदान करने की बात कर उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में भाजपा सचिव सुनील देवधर और राज्यसभा सदस्य जी वी एल नरसिम्हा राव ने निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकरियों को एक ज्ञापन सौंपा और ममता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
नकवी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ममता बनर्जी ने चुनावी भाषण में मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वे विभिन्न दलों के बीच अपने मतों का विभाजन ना करें और तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में एक साथ मतदान करें। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा करके उन्होंने ना सिर्फ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है बल्कि जनप्रतिनिधि कानून, 1951 का भी आपराधिक उल्लंघन किया है। इसके लिए ममता बनर्जी और उनकी पार्टी के खिलाफ निर्वाचन आयोग को कार्रवाई आरंभ करनी चाहिए।’’
उन्होंने इसी प्रकार की कार्रवाई द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के नेता एम के स्टालिन के खिलाफ करने की भी मांग की। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की। नकवी ने कहा कि स्टालिन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री पिछले दिनों जब चुनाव प्रचार के सिलसिले में तमिलनाडु पहुंचे थे तो अपने साथ नोटों भरा बैग लेकर आए थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि बंगाल में अगले चरण में जिन क्षेत्रों में मतदान होना है वहां हिंसा की संभावना है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने निर्वाचन आयोग से इन क्षेत्रों में निष्पक्ष मतदान के लिए बड़ी संख्या में केंद्रीय बल तैनात करने का आग्रह किया।