West Bengal Vidhan Sabha Chunav: BJP में शामिल हुईं बंगाली अभिनेत्री स्रबंती चटर्जी
बंगाली अभिनेत्री स्रबंती चटर्जी (Srabanti Chatterjee) ने सोमवार को कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली।
कोलकाता: बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले सभी राजनीतिक दल राज्य में खुद को और ज्यादा मजबूत करने में लगे हुए हैं। एक तरफ मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी टीएमसी पार्टी है, तो दूसरी तरफ भाजपा है। टीएमसी को हराने का दावा कर रही भाजपा लगातार खुद को मजबूत करने में जुटी है। टीएमसी के कई नेता टूटकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। अब इसी कड़ी में अब एक बंगाली अभिनेत्री भी शामिल हो गई हैं।
बंगाली अभिनेत्री स्रबंती चटर्जी ने सोमवार को कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली। स्रबंती चटर्जी के भाजपा में शामिल होने के दौरान पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे। इन सबकी मौजूदगी में स्रबंती चटर्जी ने भाजपा ज्वाइन की। बता दें कि स्रबंती चटर्जी से पहले भी कई बंगाली अभिनेता और अभिनेत्री भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से आठ चरणों में चुनाव होंगे। वहीं, वोटों की गिनती दो मई को होगी। सभी विपक्षी दल राज्य में आठ चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत करते हैं। भाजपा ने चुनावों के ऐलान पर कहा था कि उसे उम्मीद है कि चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होंगे। वहीं, प्रदेश कांग्रेस ने कहा था कि वह दस से 12 चरणों में चुनाव कराए जाने की उम्मीद कर रही थी, जबकि माकपा ने कहा था कि चुनाव अगर हिंसा मुक्त हों तो चरणों की संख्या मायने नहीं रखती है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा था, ‘‘हम खुश हैं। हमें उम्मीद है कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र होंगे और राज्य के लोगों को बिना किसी भय के अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने की अनुमति दी जाएगी।’’ वहीं, राज्य कांग्रेस के नेता मनोज चक्रवर्ती ने कहा था कि चुनाव कम से कम 10 से 12 चरणों में होने चाहिए थे और आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा था, ‘‘हमने देखा है कि बंगाल में किस तरह से पंचायत चुनाव हुए हैं। हिंसा के कारण कई लोग मारे गए। हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग सुनिश्चित करेगा कि चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से हों।’’
माकपा के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा था कि चरणों की संख्या बढ़ाने के बजाए चुनाव के दौरान सुरक्षा मजबूत करने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘केवल सात या आठ चरण काफी नहीं हैं। मतदाताओं को किसी भी तरह के भय या धमकी से मुक्त होना चाहिए।’’ लेकिन, तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि इतने चरण में चुनाव कराया जाना अभूतपूर्व है। टीएमसी के सांसद और प्रवक्ता सौगत राय ने कहा था, ‘‘यह उचित नहीं है। राज्य में इतने लंबे समय तक चुनाव कभी नहीं हुआ। चूंकि, भाजपा शिकायत कर रही है इसका यह मतलब नहीं है कि वे जो कह रहे हैं वह सच है। आठ चरणों के चुनाव से हम काफी नाखुश हैं।’’