नई दिल्ली: चुनाव आयोग आज अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाला है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग आने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव की तारीखों का ऐलान आज हो सकता है। चुनाव आयोग ने आज शाम 3 बजे पीसी बुलाई है। बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने समय से पहले विधानसभा भंग कर चुके हैं, जिसके बाद वहां भी विधानसभा के निर्धारित कार्यकाल से पहले ही चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। तेलंगाना में अगले साल चुनाव होने थे।
अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले, 5 राज्यों के चुनाव काफी अहम है। इन चुनावों के नतीजों का 2019 के चुनाव पर भी असर पड़ सकता है। अभी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकारें हैं। मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है तो तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, वहीं तेलंगाना में टीआरसी और मिजोरम में कांग्रेस सत्ता में है। इन पांचों राज्यों के चुनाव को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सेमीफाइनल माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि इन विधानसभा चुनावों में देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों में जिसका पलड़ा भारी रहेगा उसे 2019 के चुनावों में भी इसका फायदा मिलेगा। पिछले कई दिनों से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अपने चुनाव प्रचार में तेजी ला दी है।
231 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा के 166 विधायक हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 2005 से ही सूबे की सत्ता पर काबिज हैं। वहीं, 91 सदस्यों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में भाजपा के 49 और कांग्रेस के 39 विधायक हैं। पिछले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को मिले वोटों के प्रतिशत में मामूली अंतर था। यहां सरकार का नेतृत्व 2003 से ही मुख्यमंत्री रमन सिंह के हाथों में है।
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं और 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 160 सीटों पर कब्जा जमाया था। इस सूबे में आमतौर पर हर 5 साल में सरकार बदल जाती है और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के लिए यह चिंता की बात है। तेलंगाना की 120 सदस्यीय विधानसभा में 90 सीटों के साथ तेलंगाना राष्ट्र समिति बहुमत में है और इसके नेता के. चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री हैं। वहीं, मिजोरम की विधानसभा में कुल 40 सदस्य बैठते हैं और कांग्रेस के लाल थनहवला मुख्यमंत्री हैं।