असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में मतदान खत्म, सिर्फ बंगाल में बचे 5 चरण
असम सहित तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लिए मतदान खत्म हो गया है जबकि अभी बंगाल में पांच चरणों का चुनाव होना बाकी है।
नई दिल्ली: असम सहित तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लिए मतदान खत्म हो गया है जबकि अभी बंगाल में पांच चरणों का चुनाव होना बाकी है। असम में तीन चरणों में चुमाव हुआ जबकि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक ही चरण में चुनाव हुआ। बंगाल में आठ चरणों में चुनाव होना था, जिनमें से तीन चरणों का चुनाव खत्म हो गया है अब पांच चरणों का चुनाव होना बाकी है। वोटर टर्न आउट ऐप के मुताबिक, शाम 7 बजे तक पुडुचेरी विधानसभा की सभी 30 सीटों पर 78.03 प्रतिशत और तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर कुल 65.11 प्रतिशत वोटिंग हुई। इनके अलावा असम में 82.33 प्रतिशत और केरल में 73 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। वहीं, बंगाल की बात करें तो यहां तीसरे चरण के लिए 3 जिलों की 31 सीटों पर कुल 77.68 प्रतिशत मतदान हुआ है।
असम में तीसरे चरण में 82.33 प्रतिशत मतदान हुआ
असम विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 40 सीटों पर मंगलवार को करीब 82.33 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर ज्यादातर स्थानों पर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। संयुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी राहुल चंद्र दास ने कहा कि मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक हुआ तथा अधिक जानकारी मिलने पर वोट प्रतिशत में थोड़ी वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा, “प्राप्त सूचना के आधार पर, 82.33 प्रतिशत मतदान हुआ।” राज्य विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 79.93 प्रतिशत और दूसरे चरण में 80.96 प्रतिशत मतदान हुआ था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार साउथ सलमारा जिले में सर्वाधिक 89.49 प्रतिशत, धुबरी में 89.20 प्रतिशत और बिलासीपाड़ा में 87.07 प्रतिशत मतदान हुआ। तीसरे चरण में कुल 337 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें 25 महिलाएं भी हैं।
केरल में शाम सात बजे तक 73 फीसदी से अधिक मतदान
केरल में मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिये हुये मतदान में शाम सात बजे तक 73.58 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया । प्रदेश में कुल दो करोड़ 74 लाख मतदाता हैं। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार यह आंकड़ा प्रारंभिक है। केरल में कोविड-19 स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुये विधानसभा के लिये मंगलवार को सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ। शाम को छह बजे से सात बजे का समय कोविड संक्रमितों एवं पृथक-वास में रहने वाले मरीजों के मतदान के लिये रखा गया था।
भारत निर्वाचन आयोग ने बताया कि 73.69 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं, 73.48 फीसदी महिला मतदाताओं एवं 37.37 प्रतिशत ट्रांसजेंडर मतदाताओं ने प्रारंभिक आकलन के अनुसार मतदान किया है। प्रदेश में दोपहर बाद तक मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया और मध्य केरल में बारिश के कारण इसमें कुछ कमी आयी। प्रदेश के 140 विधानसभा सीटों के लिये मंगलवार को मतदान कराया गया और इसके लिये राज्य भर में 40,771 मतदान केंद्र बनाये गये थे।
मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन (धर्मादम), विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला (हरिपद), वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमान चांडी (पुथुपल्ली), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन (कोन्नी एवं मंजेश्वरम) एवं मेट्रो मैन ई श्रीधरन (पलक्कड़) दोपहर से पहले मतदान करने वालों में शामिल हैं। विजयन के अलावा उनकी कैबिनेट के 11 सहयोगी समेत चुनाव मैदान में कुल 957 उम्मीदवार हैं।
पश्चिम बंगाल: तीसरे चरण के मतदान में कई जगह हिंसा
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को तीसरे चरण के मतदान के बीच कुछ स्थानों पर छिटपुट हिंसा और उम्मीदवारों पर हमले की खबरें हैं। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सौमित्र खान की अलग रह रही पत्नी और तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार सुजाता मंडल खान पर आरामबाग में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से हमला किया। हालांकि, भगवा पार्टी ने इन आरोपों से इंकार किया है। कुछ तस्वीरों में यह दिख रहा है कि तृणमूल नेता का कुछ लोग पीछा कर रहे हैं, जिनके हाथों में लाठी और लोहे की छड़े हैं। इसके बाद सिर पर लाठी से प्रहार किया जाता है। इस घटना में उनके सुरक्षा अधिकारी भी घायल हुये हैं।
तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के ‘‘गुंडों’’ ने पार्टी के पोलिंग एजेंटों को मतदान केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया और लोगों को मतदान करने से रोकने के लिये उन्हें धमका कर अव्यवस्था का माहौल पैदा किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि इस घटना पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है। तृणमूल उम्मीदवार डा निर्मल माझी ने दावा किया कि भाजपा के समर्थकों ने उन्हें रोका और उनके वाहन में तोड़फोड़ की। माझी के अनुसार, तब वह उलुबेरिया (उत्तर) विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। माझी को हेलमेट पहना कर पुलिस ने इलाके से निकाला।
खानकुल में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार नजमुल करीम को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पीटा और उनके खिलाफ नारेबाजी की। बाद में केंद्रीय बलों ने उन्हें उस इलाके से निकाला। वहीं, फालटा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के वाहन पर कथित रूप से हमला हुआ। विष्णुपुर विधानसभा क्षेत्र में एक व्यक्ति को एक महिला को मतदान करने जाने से रोकने के लिये धमकाते देखा गया। हालांकि, महिला पर इसका कोई दबाब नहीं हुआ। भारत निर्वाचन आयोग ने स्थानीय अधिकारियों से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है और आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रदेश के कैनिंग पूरबा विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र के बाहर देसी बम फेंकने की घटना में कम से कम एक व्यक्ति घायल हो गया। तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार शौकत मोल्लाह ने अब्बास सिद्दिकी की अगुवाई वाली भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (आईएसएफ) को इसके लिये जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, पार्टी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुये तथा डायमंड हार्बर से भगवा पार्टी के उम्मीदवार दीपक हालदार ने आरोप लगाया कि उनकी पूर्व पार्टी मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर नहीं आने दे रही है।
प्रदेश की धनेखली सीट पर राज्य सरकार के मंत्री असीम पात्रा ने भाजपा समर्थकों पर लोगों को मतदान केंद्रों पर आने से रोकने का आरोप लगाया है जिसे भगवा पार्टी ने खारिज कर दिया है। इस बीच पुलिस ने बताया कि हुगली जिले में मतदान शुरू होने से पहले एक भाजपा समर्थक के परिवार के एक सदस्य की कथित रूप से हत्या कर दी गयी। निर्वाचन आयोग ने अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत सभी विधानसभा क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू की और उन्हें ‘संवेदनशील’ घोषित किया है।