महाराष्ट्र में कौन मारेगा बाजी? लोकसभा चुनाव जैसे हालात रहने पर NDA को 227 सीटें संभव
इंडिया टीवी के आंकड़ों के मुताबिक साफ है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर से बीजेपी-शिवसेना की सरकार बन सकती है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 227 एनडीए जीत सकती है...
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री? किसको कितनी सीटें मिलेंगी? इस सवाल का जवाब आपको इसी महीने की 24 तारीख को मिल जाएगा जब वोट गिने जाएंगे लेकिन आज ये बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि महाराष्ट्र की सरजमीं पर सियासी महाभारत का जबरदस्त आगाज हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पहले ही अपने चुनाव अभियान की शुरूआत कर चुके हैं और आज ठाकरे परिवार के वारिस आदित्य ठाकरे ने भी शक्ति प्रदर्शन के साथ वर्ली सीट से नामांकन भरा है।
बीजेपी और शिवसेना दम खम के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत का एजेंडा सेट करने में लगी है। दावा दो तिहाई सीट जीतने का किया जा रहा है वहीं सामने है कांग्रेस एनसीपी गठबंधन जो कई चुनौतियों से जूझता दिखाई दे रहा है इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि लोकसभा चुनाव में चली मोदी लहर के सिर्फ पांच महीने बाद हो रहे महाराष्ट्र के संग्राम में क्या एक बार फिर वैसे ही नतीजे देखने को मिलेंगे। क्या कहते हैं आंकड़ें?
इंडिया टीवी के आंकड़ों के मुताबिक साफ है कि महाराष्ट्र में एक बार फिर से बीजेपी-शिवसेना की सरकार बन सकती है। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 227 एनडीए जीत सकती है। बीजेपी को 122 और शिवसेना को 105 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, कांग्रेस को 22 और एनसीपी के खाते में 23 सीटें जा सकती है। जानिए वो कौन से फैक्टर हैं जिसकी बदौलत महाराष्ट्र में फिर से बीजेपी शिवसेना की सरकार बन सकती हैं सबसे पहला फैक्टर है मोदी फैक्टर-
मोदी फैक्टर
- लोकसभा चुनाव जीतने के बाद पहला चुनाव
- 2019 की तस्वीर बनी तो बीजेपी 2/3 बहुमत
- 2019 की जीत के बाद मोदी को कोई चुनौती नहीं
370 फैक्टर
- महाराष्ट्र चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा, मोदी-शाह ने बनाया सबसे बड़ा फैक्टर
- मजबूत फैसला लेने वाली सरकार
पाकिस्तान फैक्टर
- देशभर में राष्ट्रवाद का माहौल, इमरान की जंग की धमकी फेल
- यूएन में मोदी का करारा प्रहार
कमजोर विपक्ष
- कांग्रेस के 5 विधायक NDA में शामिल, एनसीपी के 9 विधायक टूटकर NDA से जुड़े
- सतारा से एनसीपी सांसद बीजेपी में शामिल, शिवाजी के वंशज उदयनराजे भोंसले का इस्तीफा
- राज्य का मुद्दे उठाने में विपक्ष नाकाम