A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2019 महाराष्ट्र चुनाव: बाढ़ में डूब गई लाखों लोगों की वोटर आईडी, अब यूं देंगे अपना वोट

महाराष्ट्र चुनाव: बाढ़ में डूब गई लाखों लोगों की वोटर आईडी, अब यूं देंगे अपना वोट

महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोल्हापुर और सांगली जिला प्रशासन ने करीब 5.5 लाख लोगों को डुप्लीकेट मतदाता फोटो पहचान पत्र देने का फैसला किया है।

Duplicate voter ID cards for more than 5 lakh flood-hit in Maharashtra | PTI File- India TV Hindi Duplicate voter ID cards for more than 5 lakh flood-hit in Maharashtra | PTI File

पुणे: महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोल्हापुर और सांगली जिला प्रशासन ने करीब 5.5 लाख लोगों को डुप्लीकेट मतदाता फोटो पहचान पत्र देने का फैसला किया है। पिछले महीने बाढ़ के दौरान इन लोगों के दस्तावेज या तो क्षतिग्रस्त हो गए थे या खो गए थे। इसके बाद इन सभी लोगों को डुप्लीकेड वोटर आईडी देने की व्यवस्था की जा रही है ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कोल्हापुर के 340 से अधिक गांव भारी बारिश के कारण पूरी तरह से अथवा आंशिक रूप से प्रभावित हुए थे। इनमें से शिरोल, हातकणंगले और करवीर तहसील के 27 गांव आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुए। 

कोल्हापुर के जिलाधिकारी दौलत देसाई ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव नजदीक ही हैं इसलिए हमने फैसला किया है कि इन 27 गांवों के मतदाताओं को डुप्लीकेट मतदाता पहचान पत्र वितरित किए जाएंगे।’ उन्होंने बताया कि 1.5 लाख से ज्यादा डुप्लीकेट मतदाता पहचान पत्र छापे गए हैं जिन्हें इन गांवों में बांटा जाएगा। सांगली जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक शिराला, वाल्वा, पलौस और मिराज तहसीलों के दो लाख से अधिक लोगों को डुप्लीकेट मतदाता फोटो पहचान पत्र बांटे गए हैं। उन्होंने बताया कि चार लाख से ज्यादा मतदाता फोटो पहचान पत्र मंगवाए गए हैं। 

आपको बता दें कि राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को एक ही चरण में चुनाव होगा। यहां पर वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को की जाएगी। इन चुनावों में मुख्य लड़ाई भाजपा-शिवसेना और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच मानी जा रही है। पिछले चुनावों की बात करें तो बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इसके बाद चुनाव पूर्व टूटे गठबंधन को बीजेपी और शिवसेना ने एक बार फिर से जोड़ लिया और सूबे में 5 सालों तक सरकार चलाई। (भाषा)