मुंबई: भाजपा नेता अमित शाह ने रविवार को मुंबई में एक रैली में कहा कि महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के बाद देवेंद्र फडणवीस दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनेंगे। शाह ने इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी अनुच्छेद 370 को लेकर हमला करते हुए कहा कि अगर नेहरू ने बेवक्त पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की घोषणा नहीं की होती तो ‘पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर’ अस्तित्व में नहीं आता।
उन्होंने कहा कि नेहरू की जगह सरदार वल्लभभाई पटेल को कश्मीर का मुद्दा अपने हाथ में लेना चाहिए था। शाह ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वह अनुच्छेद 370 की समाप्ति के पीछे राजनीति देखती है जबकि भाजपा इस तरह से नहीं सोचती है। उन्होंने कहा कि “370 हटना भाजपा के लिए राजनीतिक मुद्दा नहीं है, भारत मां को एक और अखंड बनाने का संकल्प है जो मोदी जी ने पूरा किया है। कांग्रेस को इसमें राजनीति दिखाई देती है और हमें इसमें देशभक्ति दिखती है।”
अमित शाह ने कहा कि “अनुच्छेद 370 के कारण देश में आतंकवाद आया। इसके बाद ही कश्मीर से कश्मीरी पंडितों, सूफी-संतों को निकाल दिया गया, आतंकवाद चरम पर पहुंचा और अब तक 370 के कारण करीब 40,000 लोग मारे गए, और कांग्रेस पूछती है कि 370 को क्यों हटाया गया” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राकांपा सुप्रीमो शरद पवार को यह बताना चाहिए कि वह अनुच्छेद 370 की समाप्ति के पक्ष में हैं या इसका विरोध करते हैं।
अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस और NCP को घेरने के साथ-साथ महाराष्ट्र चुनाव को लेकर भी दोनों पार्टियों पर वार किया। उन्होंने कहा कि “महाराष्ट्र चुनाव में दो तरह की पार्टियां चुनाव के मैदान में हैं। एक ओर भारत मां को अपना सर्वस्व मानने वाली पार्टी भाजपा है और दूसरी ओर अपने परिवारों को अपना सर्वस्व मानने वाली कांग्रेस और एनसीपी है। अब महाराष्ट्र की जनता को तय करना है कि उन्हें राष्ट्रवादी पार्टी के साथ जाना है या परिवारवादी पार्टियों के साथ जाना है।”