मध्य प्रदेश चुनाव: शिवराज ने नर्मदा तो कमलनाथ ने की हनुमान पूजा
इस अहम चुनाव में भाजपा लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिये जीतोड़ कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का प्रयास कर रही है।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में आज बेहद ही कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। ज्यादातर बूथ पर वोटरों की लंबी-लंबी कतारें दिख रही हैं। एमपी के पांच करोड़ से ज्यादा वोटर्स आज करीब तीन हजार उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद करेंगे। वोट डालने से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरे परिवार के साथ सीहोर में पूजा की। शिवराज सिंह चौहान ने मतदान शुरू होने से पहले अपने परिवार के साथ नर्मदा नदी के तट पर पूजा-अर्चना की। वहीं कांग्रेस नेता कमलनाथ ने छिंदवाड़ा स्थित हनुमान मंदिर में पूजा की और मध्य प्रदेश की जनता में जताया भरोसा।
इस अहम चुनाव में भाजपा लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिये जीतोड़ कोशिश कर रही है, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का प्रयास कर रही है। भाजपा ने अबकी बार 200 पार का लक्ष्य तय किया है। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहे हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने मंगलवार को बताया था कि इस चुनाव में कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे जिनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिला एवं 1,389 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं। इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं। बाकी 5,04,33,079 मतदाता आज अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय उम्मीदवार सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरूष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि समूचे राज्य में 65,367 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किये गये हैं, जहां केन्द्रीय पुलिस बल और वेबकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिये ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में शांतिपूर्वक, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षा कर्मी तैनात किये गये हैं, जिनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। यहां इस बार भी मुख्य रूप से भाजपा एवं कांग्रेस के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। हालांकि, प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) का दावा है कि वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी, जहां 2015 के चुनाव में उसने कांग्रेस और भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया था।
भाजपा ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिये छोड़ी है। आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और सपा 52 सीटों पर चुनावी मैदान में है। ये छोटी पार्टियां प्रदेश की मुख्य दलों भाजपा एवं कांग्रेस के लिए सिर दर्द बन गई हैं, क्योंकि ये इनकी जीत को हार में बदलने की अहम भूमिका अदा कर सकते हैं।