भोपाल: भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी। तमाम नाराजगी और खींचतान के बावजूद 32 नामों वाली इस लिस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर को जगह नहीं मिली है। हालांकि गौर के जख्मों पर मरहम लगाते हुए पार्टी ने उनकी बहू को उम्मीदवार बनाया है। उनकी बहू कृष्णा गौर गोविंदपुरा से चुनाव लड़ेंगी। पिछली 2 सूचियों की तरह इस बार भी कई भाजपा नेताओं के नाम गायब हैं। बीजेपी ने इससे पहले 177 उम्मीदवारों की पहली और 17 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की थी, जिसमें कई बड़े नेताओं को झटका लगा था।
आपको बता दें कि इससे पहले बाबूलाल गौर ने टिकट को लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए साफ कहा था कि वह चुनाव लड़ेंगे। उनकी इस जिद पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया था, लेकिन उन्हें टिकट मिल नहीं पाया। उनकी बहू कृष्णा गौर को भाजपा ने जरूर टिकट दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस भी 10 बार विधायक रह चुके गौर को अपने पाले में लेने की कोशिश कर रही थी। गौर के अलावा भाजपा ने राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को भी इंदौर- 3 से टिकट दिया है। अभी कुछ दिन पहले ही कैलाश नेताओं के बच्चों के चुनाव लड़ने की वकालत कर रहे थे।
आपको बता दें कि टिकटों के बंटवारे के साथ ही पार्टी के बागियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। पार्टी के कई नेताओं ने खुले तौर पर बगालत का ऐलान किया है, हालांकि इसका कितना असर पड़ेगा, यह चुनावों के बाद ही पता चल पाएगा। मध्य प्रदेश की 230
विधानसभा सीटों के लिए 28 नवंबर को वोट डाले जाने हैं, और 11 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी। एक तरफ जहां कांग्रेस पिछले 15 सालों से सत्ता पर काबिज भाजपा को हटाने का सपना देख रही है, वहीं शिवराज सिंह चौहान लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं।