भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने में असफल रहे भारतीय जनता पार्टी के नेता शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने बुधवार सुबह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। शिवराज ने कहा कि उनके बास जरूरी संख्या बल नहीं है, इसलिए वह अपना इस्तीफा दे रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने सूबे में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है और राज्यपाल ने उसे मिलने का वक्त भी दे दिया है।
क्या है मध्य प्रदेश में सीटों की स्थिति
इन चुनावों में कांग्रेस ने 114 जबकि भाजपा ने 109 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने 2, समाजवादी पार्टी ने 1 और निर्दलियों ने 4 सीटों पर कब्जा जमाया। भाजपा के लिए संतोष की बात यह है कि वह भले ही सीटों के मामले में कांग्रेस से पीछे रही, लेकिन वोट शेयर के मामले में भगवा दल ने ही बाजी मारी। भाजपा को सूबे के 41 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना समर्थन दिया जबकि कांग्रेस के हिस्से 40.9 प्रतिशत वोट आए।
सपा, बसपा ने दिया कांग्रेस को समर्थन
मध्य प्रदेश में कांग्रेस भले ही बहुमत से थोड़ी दूर रह गई हो लेकिन उसे सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देने का ऐलान किया है। कांग्रेस के मुताबिक, उसे 4 निर्दलियों का भी समर्थन हासिल है। इस तरह देखा जाए तो कांग्रेस राज्य में आसानी से सरकार बना लेगी।