A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 Chunav Manch: कंप्यूटर बाबा ने कहा- संत समाज ने शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है

Chunav Manch: कंप्यूटर बाबा ने कहा- संत समाज ने शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक एक महीने पहले आयोजित इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम ‘चुनाव मंच’ में संतों ने भी शिरकत की।

Chunav Manch: Sant Samaj will eradicate the government of Shivraj Singh Chouhan- India TV Hindi Chunav Manch: Sant Samaj will eradicate the government of Shivraj Singh Chouhan

भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक एक महीने पहले आयोजित इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम ‘चुनाव मंच’ में संतों ने भी शिरकत की। इस मौके पर जहां कंप्यूटर बाबा और नवीनानंद सरस्वती सरकार से नाराज दिखे, वहीं अखिलेश्वरानंद सरस्वती ने शिवराज सरकार की जमकर तारीफ की। कंप्यूटर बाबा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोलते हुए कहा कि संत समाज शिवराज सरकार में ठगा-सा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसने हिंदू सरकार का सिर्फ मुखौटा लगाया था।

कंप्यूटर बाबा ने कहा, ‘हम संतों ने शिवराज सरकार को जड़ से उखाड़कर फेंकने का संकल्प लिया है। शिवराज सरकार रेत का अवैध खनन नहीं रोक पाई। चुनाव आने पर शिवराज को गोमाता की याद आई है। मंदिर के नाम पर वोट मांगा, अब शौचालय के नाम पर वोट मांगो। कल मंदिर तो आज शौचालय के नाम पर वोट मांग रही है सरकार।’ वहीं, शिवराज सरकार में दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री अखिलेश्वरानंद बाबा ने कहा, ‘शिवराज सिंह चौहान एक धार्मिक एवं संवेदनशील व्यक्ति हैं। कंप्यूटर बाबा अभी अनुमति दे दें तो मैं इनके घोटाले ही इंडिया टीवी पर लोगों के सामने प्रस्तुत कर दूंगा।’

अखिलेश्वरानंद ने शिवराज के उस बयान का भी बचाव किया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके रहते कोई इसे नहीं छीन सकता। अखिलेश्वरानंद ने कहा, ‘आरक्षण पर शिवराज सिंह चौहान के बयान का गलत मतलब निकाला गया। सरकार 2020 के बाद आरक्षण पर दोबारा विचार कर सकती है।’ वहीं, नवीनानंद सरस्वती ने शिवराज सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान धार्मिक उद्घोषणाएं तो बहुत करते हैं, लेकिन वह धरातल पर भी लागू हो ऐसा देखने में कम मिलता है। उन्होंने कहा, ‘शिवराज ने कहा था कि नर्मदा आयोग का गठन करूंगा, लेकिन वादे के बावजूद उन्होंने इसका गठन नहीं किया।’