योगी आदित्यनाथ में नैतिकता होती तो वह गोरखपुर उपचुनाव के बाद इस्तीफा दे देते: राम भुआल निषाद
योगी आदित्यनाथ का गढ़ कही जाने वाली गोरखपुर लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार राम भुआल निषाद ने अपनी जीत की उम्मीद जताई है।
गोरखपुर: योगी आदित्यनाथ का गढ़ कही जाने वाली गोरखपुर लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार राम भुआल निषाद ने अपनी जीत की उम्मीद जताई है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए निषाद ने शुक्रवार को कहा कि अगर उनमें नैतिकता होती तो वह पिछले साल इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार के बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देते। उन्होंने यह भी दावा किया कि गोरखपुर में अभिनेता रवि किशन मुकाबले से बाहर हो चुके हैं क्योंकि जनता नहीं चाहती कि उसे अपने जन प्रतिनिधि को ढूंढते हुए मुंबई जाना पड़े।
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री निषाद ने कहा, 'वह (रवि किशन) कहीं लड़ाई में नहीं हैं। उन्हें गोरखपुर के बारे में कुछ पता नहीं है। लोग उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे। आप देखेंगे कि उपचुनाव से कहीं बेहतर नतीजा आएगा। यहां बाहरी बनाम स्थानीय की लड़ाई है। लोग जानते हैं कि चुनाव बाद रवि किशन ढूंढने से भी नहीं मिलेंगे। लोग नहीं चाहते कि उन्हें अपने जनप्रतिनिधि को ढूंढते हुए मुंबई जाना पड़े।' एक सवाल के जवाब में निषाद ने कहा, 'बीजेपी नेताओं से नैतिकता की उम्मीद नहीं की जा सकती। अगर जरा भी नैतिकता रहती तो उपचुनाव बाद ही योगी इस्तीफा दे देते। वह इस बार भी ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि उनके नेता अमित शाह हैं जिन्हें मौका मिले तो वह विदेश में भी सरकार बना लें।'
गौरतलब है कि योगी के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद मार्च, 2018 में गोरखपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रवीण निषाद ने जीत दर्ज की थी और इसके साथ ही यहां से 1991 से लगातार बीजेपी के जीतने का सिलसिला टूट गया था। अब प्रवीण निषाद बीजेपी के टिकट पर संत कबीर नगर से चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रवाद के विमर्श के बारे में पूछे जाने पर राम भुआल निषाद ने कहा, 'राष्ट्रवाद की बात उन्हें शोभा नहीं देती जो बिना बुलावे के पाकिस्तान जाकर बिरयानी खाते हैं और जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बनाते हैं। मोदी जी 15 लाख रुपये सबके खाते में डालने के वादे पर क्यों नहीं बोलते? विदेश से कालाधन वापस लाने पर क्यों नहीं बोलते?'
निषाद ने कहा, 'गोरखपुर में चुनाव स्थानीय मुद्दों पर हो रहा है। यहां मुद्दा सड़कों, नाले-नालियों, स्कूल, अस्पताल, जापानी बुखार, किसानों को सस्ता बीज एवं उर्वरक नहीं मिलने का है। हम इन मुद्दों को उठा रहे हैं और जनता समझ रही है कि बीजेपी के पास इनका कोई जवाब नहीं है।' उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार भी गोरखपुर में निषाद समुदाय गठबंधन का साथ देगा और निषाद पार्टी के बीजेपी के साथ जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। गौरतलब है कि गोरखपुर में 19 मई को मतदान है।