कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष की महागठबंधन की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने साफ किया है कि वह चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ किसी तरह का गठबंधन नहीं करेंगे। वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता और पश्चिम बंगाल में मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने बयान दिया है कि चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होगा, हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि चुनाव के बाद के विकल्प खुले हैं।
सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उनके इस बयान पर पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मनन ने भी कहा कि वे भी अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने इस साल जुलाई में ही साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
तृणमूल कांग्रेस ने डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन के उस प्रस्ताव का भी विरोध किया था जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को विपक्षी दलों की तरफ से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बताया था, तृणमूल कांग्रेस की तरफ से कहा गया था कि इस तरह के बयानों से विपक्षी खेमें में दरार पड़ सकती है।