पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच तेज प्रताप ने किया ट्वीट, RJD मेरी पार्टी थी और रहेगी
लालू के कुनबे में संकट चरम पर पहुंच गया है। अपने कार्यकर्ताओं को लोकसभा सीट न दिए जाने से नाराज लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव शनिवार को घोषणा कर सकते हैं।
लालू के कुनबे में संकट चरम पर पहुंच गया है। अपने कार्यकर्ताओं को लोकसभा सीट न दिए जाने से नाराज लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच एक बार फिर ट्वीट कर लोगों को असमंजस में डाल दिया है। आरजेडी द्वारा उनके समर्थकों को टिकट न दिए जाने के चलते खफा चल रहे तेज प्रताप की कुछ तस्वीरें सामने आई थीं, जिसमें वे समर्थकों को जयप्रकाश जनता दल की सदस्यता दिलाते दिख रहे थे। वहीं आज तेज प्रताप ने ट्वीट कर इसे कोरी अफवाह करार किया है।
तेज प्रताप ने आज ट्वीट कर कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया पे चल रही खबर की मैंने नई राजनैतिक पार्टी का सदस्यता ग्रहण किया है, ये एक अफवाह है। मैं इस खबर का पूर्ण रूप से खंडन करता हूँ। मेरी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल है, थी और रहेगी।
इससे पहले जयप्रकाश जनता दल के नेताओं का दावा है कि तेजप्रताप ने उनकी पार्टी की सदस्यता ले ली है और इसकी तस्वीरें भी उन्होंने जारी की है। एक तस्वीर में तेजप्रताप पार्टी की सदस्यता रसीद लेते दिखाई दे रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कुमार ने इसकी पुष्टि इंडिया टीवी से की है। आज 11 बजे फिर तेजप्रताप की जयप्रकाश जनता दल के नेताओं के साथ एक बैठक होगी जिसमें तेजप्रताप के राजद छोड़कर जयप्रकाश जनता दल में शामिल होने पर अंतिम रूप से मुहर लगेगी। पार्टी का चुनाव चिन्ह 'डीजल पम्प' है।
तेजप्रताप यादव ने आरजेडी के लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा होने के पहले ही जहानाबाद और शिवहर सीट पर अपनी तरफ से दो उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया था। लेकिन पार्टी की आधिकारिक सूची में अपने उम्मीदवारों का नाम नहीं देखने के बाद तेजप्रताप भड़क गए थे। नाराज़ तेजप्रताप ने लालू-राबड़ी मोर्चा का गठन भी कर लिया था लेकिन मोर्चा के तहत चूंकि वे प्रत्याशी नहीं उतार सकते इसलिये उन्होंने शायद एक ऐसी पार्टी का दामन थामने का फैसला लिया है जिसके नाम मे जनता दल और जयप्रकाश भी है।
इस पार्टी ने पहले ही बिहार में 10 प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया था। अब यदि तेजप्रताप अपने प्रत्याशियों को भी इसी दल से चुनाव मैदान में उतारते हैं तो फिर नए सिरे से फैसला लिया जाएगा। 2002 में ये पार्टी बनी थी। कैप्टन जयनारायण निषाद इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।