नई दिल्ली: तमिलनाडु सरकार के मंत्री के टी राजेंद्र बालाजी ने कमल हासन के “हिंदू आतंकवादी” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि “हिंदू आतंकवादी वाले बयान के लिए कमल हासन की जीभ काट देनी चाहिए।” के टी राजेंद्र बालाजी ने कहा कि “कमल हासन से ऐसा बयान अल्पसंख्यको वोट हासिल करने के लिए दिया है।”
उन्होंने कहा कि “हम किसी एक के लिए पूरी जाति पर आरोप नहीं लगा सकते है। चुनाव आयोग को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।” के टी राजेंद्र बालाजी के विरोध से अगल बात करें तो कमल हासन को समर्थन भी मिल रहा है। कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के एस अलागिरी ने कमल हासन का समर्थन किया और RSS की तुलना ISIS से की।
के एस अलागिरी ने कहा कि ‘हिंदू आतंकवादी ने महात्मा गांधी की हत्या की थी क्योंकि उन्होंने उसकी नीतियों का नकार दिया था। ऐसा ही अपने देश में ISIS (आतंकी संगठन) करता है।’ उन्होंने कहा कि "RSS, जन संघ और हिंदू महासभा, ये सभी मानते हैं कि जो भी इनकी विचारधारा के खिलाफ हो उसे नष्ट कर दो। ये बिलकुल ऐसा ही है जैसे अरब देशों में ISIS करता है।"
के एस अलागिरी ने कमल हासन के समर्थन में कहा कि "मैं कमल हासन के कथन का समर्थन करता है और सिर्फ 100 फीसदी ही नहीं बल्कि 1000 फीसदी।" बता दें कि हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर चल रही बड़ी बहस के बीच कमल हासन ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि आजाद भारत का पहला ‘आतंकवादी हिन्दू’ था।
उन्होंने कहा था कि ‘‘मैं ऐसा इसलिए नहीं बोल रहा हूं कि यह मुसलमान बहुल इलाका है, बल्कि मैं यह बात गांधी की प्रतिमा के सामने बोल रहा हूं। आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिन्दू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे है। वहीं से इसकी (आतंकवाद) शुरुआत हुई।’’
महात्मा गांधी की 1948 में हुई हत्या का हवाला देते हुए हासन ने कहा कि वह उस हत्या का जवाब खोजने आये हैं। बता दें कि इस चुनाव में हिंदू आतंकवाद का मुद्दा अपने चरम पर है। जब भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से मालेगांव आतंकी ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट दिया, तो विपक्षी पार्टियों ने इस पर सवाल खड़े कर दिए।