नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वे 1984 के दंगों के लिए सिख समुदाय से ‘‘हाथ जोड़ कर माफी मांगें।’’ पार्टी ने सैम पित्रोदा को तुरंत बर्खास्त करने और यह स्वीकार करने की भी मांग की कि कांग्रेस ने ‘‘स्वार्थपरक कारणों से लोगों का नरसंहार होने दिया।’’ भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पित्रोदा ने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है उसकी तुलना राजीव गांधी की उस टिप्पणी से की जा सकती है जिसमें उन्होंने इस ‘‘नरसंहार’’ के बाद कहा था कि ‘‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।’’
इस संवाददाता सम्मेलन में हमलों की चश्मदीद निरप्रीत कौर भी मौजूद थीं। भाजपा नेता पात्रा, पित्रोदा के बयान ‘‘हुआ तो हुआ’’ का उल्लेख कर रहे थे जो उन्होंने सिख विरोधी दंगों के संदर्भ में दिया था। पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख हैं।
पात्रा ने कहा, ‘‘अगर किसी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिये तो वह कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और इसके अध्यक्ष राहुल गांधी हैं, जिन्हें सिख समुदाय के सामने हाथ जोड़ कर आना चाहिये और सैम पित्रोदा को पार्टी से हटाना चाहिये।’’ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आर पी सिंह ने 1984 के हमलों के लिए राजीव गांधी को दोषी ठहराते हुये कहा कि वह ‘‘राजनीतिक रूप से सुनियोजित’’ था। कौर ने कहा कि दंगों के वक्त वह 16 साल की थीं और कांग्रेस के प्रथम परिवार के किसी सदस्य ने उनसे उनके दुखों के लिए माफी नहीं मांगी।