A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव 2019 2019 चुनाव: राहुल गांधी ने अमेठी भेजे इजराइली केले के पौधे, किसानों का आया यह जवाब

2019 चुनाव: राहुल गांधी ने अमेठी भेजे इजराइली केले के पौधे, किसानों का आया यह जवाब

भाजपा नेता राहुल गांधी पर अक्सर आरोप लगाते रहे है कि इतने लंबे समय तक गांधी परिवार का चुनावी गढ़ होने के बावजूद इस चुनावी क्षेत्र के आधारभूत विकास के लिए कुछ नही किया गया।

<p>Rahul gandhi sends Israeli banana saplings for Amethi...- India TV Hindi Rahul gandhi sends Israeli banana saplings for Amethi farmers

लखनऊ: अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के लगातार दौरों के बीच स्थानीय सांसद राहुल गांधी ने अपने चुनाव क्षेत्र के किसानों से किए अपने वादे को निभाते हुए उन्हें इजराइल के केले के पौधे भेजे है। कांग्रेस प्रवक्ता अंशुल अवस्थी ने बताया कि स्थानीय किसान अपने सांसद गांधी से उनकी पिछली यात्रा के दौरान मिले थे और उनसे केले की खेती में संभावना के बारे में बातचीत की थी। इस पर पार्टी अध्यक्ष ने उनके लिए 40 हजार केले के पौधे भेजे है।''

अवस्थी ने बताया कि यहां इजराइल से लाए गए केले के पौधे जी 9 प्रजाति के है, जिनकी पैदावार काफी अधिक होती है। क्षेत्र के किसानों के बीच इन पौधों को बांटने की जिम्मेदारी खेतिहर मजदूर कांग्रेस के प्रमुख अनिल शुक्ला को दी गई है। अवस्थी ने बताया कि इससे किसानो की आमदनी बढ़ेगी। इन पौधों को बांटने का काम इंदिरा गांधी के जन्म दिवस से शुरू होकर सोनिया गांधी के जन्म दिवस नौ दिसंबर तक चलेगा।

भाजपा नेता राहुल गांधी पर अक्सर आरोप लगाते रहे है कि इतने लंबे समय तक गांधी परिवार का चुनावी गढ़ होने के बावजूद इस चुनावी क्षेत्र के आधारभूत विकास के लिए कुछ नही किया गया।

2014 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद भी केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी लोकसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय है ताकि वह 2019 के चुनाव में वह कांग्रेस से उनकी परंपरागत सीट छीन सकें। कहा जाता है इस साल ईरानी ने अमेठी की महिलाओं के लिए करीब दस हजार साड़ी भेजी थी।

किसानों और नेताओं ने साधा राहुल पर निशाना

वहीं, राहुल गांधी की इस कोशिश से किसान पूर्ण रूप से संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने सवाल किया है कि केले के पौधे लगाने से क्या किस्मत बदलेगी? बीजेपी नेताओं ने भी इसे लेकर राहुल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, जो भी केले के पौधे किसानों को दिए गए हैं, उन पौधों में जड़ भी नहीं है। किसानों का इन 4-5 पेड़ों से लाभ नहीं होना है। किसानों का लाभ कृषि विज्ञान और मृदा परीक्षण केंद्र से होगा।