जयपुर। राजस्थान के नागौर में जाट नेता हनुमान बेनीवाल ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। हनुमान बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संस्थापक है और बीजेपी से नागौर सीट पर गठबंधन के रूप में प्रत्याशी हैं। हनुमान बेनीवाल एक बड़े जाट नेता के तौर पर राजस्थान में जाने जाते हैं लेकिन नामांकन दाखिल करने के बाद जब हनुमान बेनीवाल बाहर निकले तो इंडिया टीवी से बातचीत करते वक्त उन्होंने कई खुलासे किये।
हनुमान बेनीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले बातचीत की और मंत्री पद का ऑफर दिया, इतना ही नहीं राहुल गांधी ने तो टेलीफोन करके यहां तक कह दिया कि मंत्री बनने का आनंद लीजिए कांग्रेस को सहयोग करिए, लेकिन हनुमान बेनीवाल का कहना है कि मंत्री पद का ऑफर उन्होंने ठुकरा दिया।
हनुमान बेनीवाल के सामने कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योति मिर्धा है जो कांग्रेस में दिग्गज नेता नाथूराम मिर्धा की पोती है। बेनीवाल और ज्योति मिर्धा की कड़ी टक्कर मानी जा रही है, लेकिन बीजेपी ने हनुमान को अपने साथ जोड़ कर सिर्फ नागौर नहीं आसपास के कई इलाकों में जाट वोट बैंक साधने की कोशिश की है, बेनीवाल ने बताया कि ज्योति मिर्धा कहीं भी उनके सामने नहीं दिखती है, गुरुवार को उनके नामांकन से पहले विशाल जनसभा हुई इसमें राजस्थान के भाजपा प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर खुद मौजूद रहे।
हनुमान बेनीवाल की सभा में वसुंधरा राजे की ना मौजूदगी ने साफ कर दिया है कि उनके साथ वसुंधरा के रिश्ते कुछ ठीक नहीं, इससे पहले हनुमान बेनीवाल जब गठबंधन कर रहे थे तब भी वसुंधरा राजे मंच पर मौजूद नहीं थी। इंडिया टीवी ने हनुमान बेनीवाल से वसुंधरा राजे के साथ बिगड़े रिश्ते के बारे में बातचीत की तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया यह चुनाव वसुंधरा राजे का नहीं यह चुनाव नरेंद्र मोदी का है और इस देश के चुनाव में मोदी के नाम पर ही वोट लिया जाएगा।