रायबरेली (उप्र): कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के गुरुवार को रायबरेली पहुंचते ही एक बार फिर से यहां पोस्टर वार शुरू हो गया। आज सुबह रायबरेली जिला कांग्रेस कार्यालय, तिलक भवन के पास स्थानीय सांसद सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए पोस्टर लगाए गए हैं। इसमें लिखा है "जब जब आई संकट की घड़ी, कबो न महतारी बिटिया दिखाई पड़ी। सेवा के लिए दिहने रहै वोट, लेकिन प्रियंका सोनिया किहिन दिल पर चोट। फिरोज की नातिन रेहान की माई, चुनाव मा मंदिर-मंदिर परी दिखाई।"
शहर में प्रियंका का कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल और बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम है। यह बैठक एक गेस्ट हाउस में प्रस्तावित है जहां कार्यकर्ताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस महासचिव के अपने भाई राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्र के दौरे से पहले अमेठी में कुछ पोस्टर लगे नजर आए, जिनमें प्रियंका की लंबी अनुपस्थिति को लेकर सवाल किया गया है। पोस्टर अमेठी के मुसाफिरखाना बस स्टैण्ड के निकट सुबह देखे गए थे। उन पर प्रियंका गांधी का स्केच बना था लेकिन नाम नहीं लिखा था। पोस्टर में समाजवादी पार्टी के छात्र प्रकोष्ठ के एक नेता की तस्वीर भी है।
एक पोस्टर में नारा लिखा था, ''क्या खूब ठगती हो, क्यूं पांच साल बाद ही अमेठी में दिखती हो। साठ सालों का हिसाब दो।'' एक अन्य पोस्टर में नारा था, ''देख चुनाव पहन ली साडी, नहीं चलेगी होशियारी।''
दिलचस्प बात ये है कि पोस्टर देखे जाने के कुछ घंटे बाद समाजवादी छात्र सभा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य जयसिंह प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी राम मनोहर मिश्रा से मुलाकात कर उन्हें पत्र सौंपा कि शरारती तत्वों ने उनकी तस्वीर का दुरूपयोग किया है। दरअसल पोस्टरों में जयसिंह की ही तस्वीर लगी है। अमेठी में सिंह ने कहा था कि यह उन्हें और प्रियंका गांधी को बदनाम करने की साजिश है। जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अमेठी सीट से कोई उम्मीदवार नहीं लड़ा रहे हैं तो हम क्यों विरोध करेंगे।