PM मोदी ने सपा-रालोद-बसपा गठबंधन को बताया ‘सराब’, अखिलेश यादव ने यूं दिया जवाब
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सपा, रालोद एवं बसपा को ‘सराब’ कहकर निशाना साधे जाने को लेकर उन पर देश के लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सपा, रालोद एवं बसपा को ‘सराब’ कहकर निशाना साधे जाने को लेकर उन पर देश के लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को ‘फ्लॉप फिल्म के फ्लॉप’ अभिनेता की तरह बोलने के बजाय अपने काम का हिसाब देना चाहिए।
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने राजनीतिक पार्टियों की शराब से तुलना कर पूरे देश और प्रजातंत्र का मजाक उड़ाया है। आप अपने शब्द वापस लीजिए या फिर माफी मांगिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मायावती जी और दूसरे नेताओं से इनका विरोध हो सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री ने जिस भाषा में बात की है उससे उन्होंने भारत की संस्कृति को मिट्टी में मिलाने का काम किया है।’’ एक सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने कहा, ‘‘ मोदी जी को दिन-रात राहुल गांधी जी और कांग्रेस के सपने आते हैं। प्रपंच, ढोंग और स्वांग के बजाय मुद्दों की बात करें। प्रधानमंत्री जी, आप कांग्रेस को गाली दीजिए लेकिन देश के गरीब का मजाक मत उड़ाइए। आप ‘न्याय’ का मजाक मत बनाइए।’’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मेरठ की एक चुनावी सभा में सपा, रालोद और बसपा पर निशाना साधा और इनके गठबंधन को 'सराब' बताया। उन्होंने कहा कि सपा का स, रालोद का रा और बसपा का ब से बचें, क्यों ये ‘सराब’ हुआ जो सेहत के लिए हानिकारक है।
अखिलेश और मायावती की कड़ी प्रतिक्रिया
वहीं, इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। यादव ने कहा कि सराब और शराब का अंतर वे लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं। वहीं दूसरी ओर मायावती ने कहा कि व्यक्तिगत, जातिगत तथा साम्प्रदायिक द्वेष और घृणा की राजनीति करना भाजपा एण्ड कम्पनी की शोभा है जिसके लिए उनकी सरकार लगातार सत्ता का दुरुपयोग करती रही है।
यादव ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद ट्विट कर कहा, ‘‘आज टेली-प्रॉम्प्टर ने यह पोल खोल दी कि सराब और शराब का अंतर वे लोग नहीं जानते जो नफ़रत के नशे को बढ़ावा देते हैं। सराब को मृगतृष्णा भी कहते हैं और यह वह धुंधला सा सपना है जो भाजपा पांच साल से दिखा रही है लेकिन जो कभी हासिल नहीं होता। अब जब नया चुनाव आ गया तो वह नया सराब दिखा रहे हैं।''
मायावती ने ट्विट कर कहा, ''पीएम श्री मोदी ने आज मेरठ से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं अपना हिसाब दूंगा लेकिन विदेश से कालाधन वापस लाकर गरीबों को 15 से 20 लाख रुपये देने और किसानों की आय दोगुनी करने आदि जनहित के मुद्दों का हिसाब-किताब दिए बिना ही वे मैदान छोड़ गए। क्या चौकीदार ईमानदार है।’’ मायावती ने दूसरे ट्विट में कहा, ‘‘व्यक्तिगत, जातिगत और साम्प्रदायिक द्वेष तथा घृणा की राजनीति करना भाजपा एण्ड कम्पनी की शोभा है जिसके लिए उनकी सरकार लगातार सत्ता का दुरुपयोग करती रही है। देशहित को सर्वोपरि मानकर ऐसी गरीब, लोकतंत्र और जनविरोधी सरकार से देश को मुक्ति दिलाने के लिए बसपा-सपा-रालोद ने गठबंधन किया है।’’