ओमप्रकाश राजभर ने जारी की 39 प्रत्याशियों की लिस्ट, कहा- योगी इस्तीफा मांगेंगे तो दे दूंगा
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) ने मंगलवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपने 39 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी।
बलिया: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) ने मंगलवार को लोकसभा चुनावों के लिए अपने 39 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी। 39 प्रत्याशियों की इस लिस्ट में यूं तो कोई बड़ा नाम देखने को नहीं मिला, लेकिन पूर्वांचल के कई इलाकों में राजभर के अच्छे-खासे समर्थक हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इसस पहले सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए भाजपा से अलग होकर प्रदेश की लोकसभा की 25 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, हालांकि मंगलवार को उन्होंंने 39 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया।
इस मौके पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के साथ समझौता बना रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री इस्तीफा मांगेंगे तो मैं दे दूंगा। ओम प्रकाश ने कहा, 'मैं इस्तीफा देना चाहता हूं लेकिन मुख्यमंत्री मिल ही नहीं रहे हैं। मेरी अभी भी बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा है लेकिन वह मुझे एक भी सीट नहीं दे रहे हैं।' वहीं, सपा-बसपा गठबंधन पर बात करते हुए ओमप्रकाश ने इसे दगा हुआ कारतूस बताया है।
इससे पहले सोमवार को बलिया के रसड़ा में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि वह हमेशा से ही गठबंधन धर्म निभाने का प्रयास करते रहे। राजभर ने कहा, ‘सहयोगी दल होने के नाते हमने पूर्वाचल की केवल एक सीट से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन हमारे प्रस्ताव को दरकिनार करते हुए भाजपा नेतृत्व ने कोई जवाब नहीं दिया।’
राजभर ने कह था, ‘हमने सहयोगी दल होने के नाते अपना धर्म निभाया, इसके बाद भी भाजपा नेतृत्व ने हमारी अनेदखी की है।’ राजभर ने बताया कि शनिवार की रात मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया और उनसे केवल घोसी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने को कहा, जिसे उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हमने स्पष्ट रूप से बता दिया कि हम किसी भी सूरत में भाजपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं’
SBSP अध्यक्ष ने कहा था, ‘बार-बार मुख्यमंत्री से आग्रह करने के बाद भी मेरी भावनाओं को नहीं समझा गया, जिसके कारण बाध्य होकर उसी रात तीन बजे सुबह में मुख्यमंत्री आवास जाकर मैंने उनके निजी सचिव को अपना इस्तीफा दे दिया। लेकिन निजी सचिव ने इस्तीफा लेने से इंकार कर दिया।’ राजभर ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में महागठबंधन व कांग्रेस के साथ वह कोई समझौता नहीं करने वाले हैं और वह अकेले दम पर ही चुनाव लड़ेंगे।