हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2019 में सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपना पूरा जोर लगा रहे हैं। राहुल की कोशिश है कि अन्य दलों को साथ लेकर भारतीय जनता पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनावों में कम से कम सीटों पर समेटा जाए। हालांकि, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की सोच कांग्रेस के मुखिया से जुदा है। ओवैसी का कहना है कि 2019 में केंद्र में कोई गैर-भाजपाई और गैर-कांग्रेसी सरकार को सत्ता में आना चाहिए।
ओवैसी ने कांग्रेस और भाजपा पर देश की विविधता को प्रतिबिंबित नहीं कर पाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में क्षेत्रीय दलों की गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा सरकार सत्ता में आनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि भारत की राजनीति दो ध्रुवीय नहीं हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि देश की विविधता भाजपा और कांग्रेस द्वारा प्रतिबिंबित नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से, मेरा मानना है कि इस देश में एक गैर-कांग्रेस, गैर-भाजपा सरकार की जरूरत है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा शासन चलाने, संघवाद और उनके वादे के हर पहलू को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। ओवैसी ने कहा, ‘इसलिए, निश्चित रूप से चुनाव परिणाम आने के बाद, मेरा मानना है कि हमारे इस महान राष्ट्र का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, यह तय करने में क्षेत्रीय दल एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’ आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी तेलंगाना विधानसभा चुनावों में भी हिस्सा ले रही है। सूबे में 7 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 दिसंबर को मतगणना होगी।