पटना: कांग्रेस पार्टी की एक चुनावी रैली में मोहम्मद अली जिन्ना का नाम लेने पर भाजपा की आलोचना का शिकार हो रहे नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को कहा कि वह इसमें माफी मांगने जैसा कुछ भी नहीं देखते हैं क्योंकि उनकी जबान फिसल गई थी। नेता से अभिनेता बने सिन्हा ने कहा कि वह मौलाना अबुल कलाम आजाद का नाम लेना चाहते थे लेकिन जुबान फिसलने की वजह से वह मोहम्मद अली जिन्ना का नाम ले बैठे।
कल रात मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक रैली के दौरान वह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का नाम ले रहे थे। हालांकि भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि वह कैसे एक ही सांस में महात्मा गांधी और सरदार पटेल के नाम के साथ पाकिस्तान के संस्थापक का नाम ले बैठे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा अभी ही कांग्रेस में गए हैं। वह जब भाजपा में थे तो राष्ट्रवाद की बात करते थे और अब वह कहते हैं कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की तरह जिन्ना भी महान नेता थे। पीटीआई-भाषा से बात करते हुए सिन्हा ने कहा कि यह तात्कालिक भाषण था और वह सबसे पुरानी, राष्ट्रवादी और गौरवशाली इतिहास रखनेवाली पार्टी के रूप में कांग्रेस की बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे महान लोगों के बारे में बात कर रहा था और मैं मौलाना अबुल कमाल आजाद का नाम लेना चाहता था लेकिन जुबान फिसलने की वजह से मैं जिन्ना का नाम ले बैठा। हालांकि मैं इसके लिए माफी नहीं मांग रहा हूं।’’