नयी दिल्ली: कांग्रेस को हर बात में गलती ढूंढने वाली पार्टी करार देते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने मंगलवार को कहा कि आदर्श आचार संहिता के कारण अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का हनन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने नया रुख अपना लिया है कि अपने विरोधियों के खिलाफ आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन का अधिक से अधिक आरोप लगाया जाए। जेटली ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत चुनाव आयोग से करने वालों को ध्यान रखना चाहिए कि एमसीसी द्वारा किसी भी तरीके से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार को कमतर नहीं किया जा सकता है।
जेटली ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, ‘‘एमसीसी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का अतिक्रमण नहीं कर सकता। दोनों का सह अस्तित्व है।’’ उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा अनुच्छेद 324 के तहत इस्तेमाल की जाने वाली शक्तियां उन क्षेत्रों से जुड़ी नहीं हो सकती हैं जो कानून के तहत आती हैं बल्कि उन क्षेत्रों में हैं जहां कानून का स्थान नहीं है। संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत चुनाव आयोग को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव आयोजित कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की शक्ति है।
उन्होंने कहा, ‘‘हाल में राजनीतिक दलों के बीच यह प्रवृत्ति पनपी है कि अपने विरोधियों पर एमसीसी के कथित उल्लंघन का अत्यधिक आरोप लगाये जाए। इस चुनाव में हर बात में गलतियां ढूंढने वाले दल के रूप में कांग्रेस इस समूह में अग्रणी है।’’ पहली बार मतदान करने वालों से शहीदों की शहादत को ध्यान में रखने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर जेटली ने कहा, ‘‘किसी पार्टी या उम्मीदवार का जिक्र नहीं किया गया था।’’ राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने पर मोदी द्वारा वर्धा में टिप्पणी करने पर जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केवल संसदीय क्षेत्र के जनसांख्यिकीय बनावट की बात की थी।