कांग्रेस का सहयोगी ममता के साथ? कुमारस्वामी ने ममता बनर्जी को बताया प्रधानमंत्री के काबिल
ममता को “कुशल प्रशासक” करार देते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख में देश की अगुवाई करने की हर काबिलियत है
कोलकाता। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन से पूरी तरह “निराश” बताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ की है। ममता को “कुशल प्रशासक” करार देते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख में देश की अगुवाई करने की हर काबिलियत है।
हालांकि, जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) के नेता कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि नेतृत्व अहम मुद्दा नहीं है और विपक्ष को चुनाव जीतने के लिए विचारों एवं तौर-तरीकों पर ध्यान देने की जरूरत है। समाचार एजेंसी भाषा को दिए इंटरव्यू में कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरे अनुसार चुनाव जीतने का पैमाना नेतृत्व पर निर्णय लेना नहीं है। देश के लोग नरेंद्र मोदी के प्रशासन से पूरी तरह निराश हैं। कई राज्यों की अपनी समस्याएं हैं। चुनाव से पहले किसी नेता को चुनना जरूरी नहीं है।”
उन्होंने कहा, “कुछ प्रभावशाली नेता हैं जो देश के विकास को ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। वे उन मोर्चों पर सफल हो सकते हैं जहां पूर्ववर्ती सरकारें विफल हुई हैं। लेकिन हम लोग चुनाव संपन्न होने के बाद बैठकर अपना नेता चुन सकते हैं।” पिछले दिनों ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली में शामिल हुए कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि ममता में देश चलाने की काबिलियत है।
देश की मौजूदा स्थिति को वर्ष 1977, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को विभिन्न धड़ों से विरोध का सामना करना पड़ा था, की तरह बताते हुए कुमारस्वामी ने कहा, “वर्तमान परिदृश्य लगभग उसी समय के समान है। राजनीतिज्ञों को भी साथ बैठकर अपना नेता चुनना पड़ा था। मुझे लगता है इस बार भी हमें ऐसा करने में कोई मुश्किल नहीं आएगी।” जेडीएस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि महागठबंधन ‘‘राष्ट्रीय पार्टी का एक विकल्प होगा।”
गौरतलब है कि कर्नाटक में कम सीटें जीतने के बावजूद एचडी कुमारस्वामी को कांग्रेस ने समर्थन देकर मुख्यमंत्री बनाया है, लेकिन इसके बावजूद कुमारस्वामी ने प्रधानमंत्री पद के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की जगह ममता बनर्जी का नाम लिया है। कुमारस्वामी के इस बयान से ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कर्नाटक में दोनो पार्टियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा।
(इनपुट-भाषा)