लोकसभा चुनाव नतीजे: मोदीमय हुआ बनारस, हर जगह सिर्फ यही चर्चा...कितनी बड़ी होगी मोदी की जीत
पान की दुकानों पर केवल इस बात की चर्चा नहीं है कि इस लोकसभा सीट पर कौन जीतेगा बल्कि वाराणसी से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कितने वोटों से जीतेंगे, इस बात की ज्यादा चर्चा हो रही है।
वाराणसी: लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन यहां पान की दुकानों पर सिर्फ ‘बनारसी पान’ नहीं बिक रहे हैं बल्कि यहां अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म ‘डॉन’ का गाना ‘खइके पान बनारस वाला’ की धुन हर जगह सुनाई पड़ रही है। इस दौरान राजनीति की चर्चा भी जोरों पर है। पान की दुकानों पर केवल इस बात की चर्चा नहीं है कि इस लोकसभा सीट पर कौन जीतेगा बल्कि वाराणसी से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कितने वोटों से जीतेंगे, इस बात की ज्यादा चर्चा हो रही है।
मोदी ने 2014 के आम चुनाव में यहां से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को तीन लाख 37 हजार मतों से हराया था। उन्हें कुल पांच लाख 16 हजार 593 वोट मिले थे। मोदी की रिकॉर्ड मतों से जीत का इंतजार करते हुए, बैजू भइया तांबुल भंडार में हर कोई टीवी पर टकटकी लगाए है, वहीं बलदेव टी स्टाल के मालिक बलदेव भाई अपनी चाय की दुकान ही बंद कर घर पर चुनावी माहौल का आनंद ले रहे हैं।
वाराणसी में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी का मुकाबला सपा की शालिनी यादव और कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय से है।
महमूरगंज स्थित बलदेव टी स्टाल पर चाय पीने नियमित आने वाले रंजीत ठाकुर ने कहा कि बलदेव मोदी के जबरदस्त प्रशंसक हैं और आज उन्होंने चुनावी नतीजे देखने के लिए अपनी दुकान ही बंद कर रखी है। ठाकुर ने कहा कि मोदी के मुकाबले बनारस में कहीं कोई खड़ा नहीं दिखता। बनारस को छोड़ दें तो अन्य जगहों पर भी मोदी के नाम पर वोट पड़े हैं और लगता है कि इस बार जाति की राजनीति खत्म होने के कगार पर है।
सिगरा रोड स्थित बैजू भइया तांबुल भंडार पर पान खाने पहुंचे मनोज मिश्रा ने कहा कि हमें लगता है कि इस चुनाव में मोदी 9 लाख से ज्यादा मतों से जीतेंगे। यहां तो मोदी के अलावा कोई सीन में है ही नहीं। मिश्रा ने कहा इस बार लोगों ने विकास के नाम पर वोट किया है न कि जाति के नाम पर। विपक्ष द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर उन्होंने कहा ‘‘ईवीएम में गड़बड़ी करना आसान नहीं है। पांच लोगों के हस्ताक्षर होते हैं.. पार्टी के लोग पहरेदारी करते हैं.. इतनी सुरक्षा के बावजूद ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इन नेताओं को शर्म नहीं आती।’’
जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रजानाथ मिश्रा ने कहा, ‘‘चुनाव का जो रुख दिख रहा है, उससे जनता के मूड का पता चलता है। हमें लगता है कि हमारे चुनाव प्रबंधन में कमी रही.. दिल्ली और लखनऊ के बीच समन्वय ठीक नहीं रहा। हमने जो स्टार प्रचारक मांगे हमें नहीं दिए गए। यह कोई छोटी बात नहीं है कि पांच साल हमने कांग्रेस को सड़क पर जिंदा रखा।’’ महागठबंधन पर उन्होंने कहा, ‘‘सपा-बसपा ने भाजपा को जिताने के लिए यह गठबंधन किया था। ये दोनों ही पार्टियां उत्तर प्रदेश तक सीमित हैं, जबकि यह देश का चुनाव है। अगर वे सही में गंभीर होते तो देशभर की पार्टियों से महागठबंधन करते।’’
वाराणसी में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान अंतिम चरण में 19 मई को हुआ था। मोदी के रोड शो के दौरान मंदिरों के इस शहर में हजारों की भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी थी और उसने ‘‘मोदी, मोदी’’ तथा ‘‘मैं भी चौकीदार’’ के नारे लगाए थे। अमित शाह, पीयूष गोयल, सुषमा स्वराज और योगी आदित्यनाथ ने भी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था। विपक्षी दलों की तरफ से प्रियंका गांधी के अलावा राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती ने भी रोड शो किए थे।
मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं सपा-बसपा गठबंधन की शालिनी यादव पूर्व केंद्रीय मंत्री श्यामलाल यादव की बेटी हैं। पहले इस सीट से प्रियंका गांधी के भी चुनाव लड़ने के कयास लगाए गए थे।