उपेंद्र कुशवाहा ने BJP को दिया 30 नवंबर तक समय, सिर्फ PM मोदी से बात करने पर जोर
2019 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में बिहार में सीटों के बंटवारे पर बात बनती न देख कुशवाहा ने भाजपा नेतृत्व पर दबाव बनाते हुए कहा, ‘‘अब प्रधानमंत्री मोदी के अलावा इस मुद्दे पर किसी दूसरे नेता से बातचीत की पहल नहीं की जाएगी।’’
नई दिल्ली: रालोसपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से आगामी लोकसभा चुनावों के लिए, 2014 के लोकसभा चुनाव से अधिक सीटों की मांग करते हुए साफ कर दिया कि अब वह इस मुद्दे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बजाय सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में बिहार में सीटों के बंटवारे पर बात बनती न देख कुशवाहा ने भाजपा नेतृत्व पर दबाव बनाते हुए कहा, ‘‘अब प्रधानमंत्री मोदी के अलावा इस मुद्दे पर किसी दूसरे नेता से बातचीत की पहल नहीं की जाएगी।’’
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। हमने 30 नवंबर तक का समय तय किया है और चाहते हैं कि इस अवधि में अधूरी बातचीत पूरी हो जाए।’’ राजग में सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता ने इस बात पर क्षोभ प्रकट किया कि उन्होंने इस विषय पर भाजपा अध्यक्ष से बातचीत का प्रयास किया लेकिन उन्हें समय नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ऐसे में वह सिर्फ प्रधानमंत्री के समक्ष ही अपनी बात रख सकते हैं।
यह पूछे जाने पर कि वह कितनी सीटों की मांग कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जब तक बातचीत पूरी नहीं होती, तब तक वह संख्या सार्वजनिक नहीं करेंगे। हालांकि वह चाहते हैं कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली सीटों की तुलना में इस बार अधिक सीटें दी जाएं।
उल्लेखनीय है कि 2014 में रालोसपा को तीन सीटें मिली थी और उसके सभी उम्मीदवार विजयी रहे थे।
कुशवाहा ने कहा, ‘‘रालोसपा की राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारणी की बैठक 4-5 दिसंबर को बिहार के बाल्मिकीनगर में होगी जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं से चर्चा के बाद अंतिम घोषणा की जाएगी।’’
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बयान एवं ट्वीट को लेकर कुशवाहा ने भाजपा नेता पर पलटवार करते हुए सृजन घोटाले को लेकर सवाल पूछा। कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘‘महोदय, बिलकुल सच कहा आपने, हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने तो देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हरसंभव कोशिश की। मगर, जरा, सृजन घोटाले पर भी तो कुछ बोलिए....।’’
इससे पहले सुशील कुमार मोदी ने अपने ट्वीट में कहा था कि भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता और गरीबों, दलितों-पिछड़ों-अतिपिछड़ों के विकास में उनकी गहरी दिलचस्पी को देखकर 2014 में जनता ने राजग पर भरोसा जताया। सभी घटक दलों ने मिलकर देश को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी, लेकिन कुछ लोगों को अपने बारे में गलतफहमी हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘वे लोग लगातार गठबंधन धर्म के विपरीत आचरण कर रहे हैं। राजग का शीर्ष नेतृत्व किसी के दबाव में नहीं आएगा बल्कि बिहार की जमीनी हकीकत के आधार पर सीटों का सम्मानजनक बंटवारा करेगा। हम सभी 40 सीटों पर जीतेंगे।’’