A
Hindi News लोकसभा चुनाव 2024 लोकसभा चुनाव 2019 टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक ने पार्टी दफ्तर से उठवा लीं 300 कुर्सियां!

टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस विधायक ने पार्टी दफ्तर से उठवा लीं 300 कुर्सियां!

कांग्रेस विधायक ने लोकसभा का टिकट न मिलने से नाराज होकर अपनी ही पार्टी के दफ्तर से 300 कुर्सियां उठवा लीं।

Denied ticket, Congress lawmaker Abdul Sattar takes away 300 chairs from party office | Pixabay Repr- India TV Hindi Denied ticket, Congress lawmaker Abdul Sattar takes away 300 chairs from party office | Pixabay Representational

औरंगाबाद: चुनावी मौसम में अक्सर नेताओं के टिकट न मिलने से नाराज होने और पार्टी छोड़ने की खबरें आती रहती हैं, लेकिन महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कुछ ऐसा हुआ कि लोग हैरान रह गए। यहां के एक कांग्रेस विधायक ने लोकसभा का टिकट न मिलने से नाराज होकर अपनी ही पार्टी के दफ्तर से 300 कुर्सियां उठवा लीं। सूबे की सिलोद विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अब्दुल सत्तार ने अपनी नराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी भी छोड़ दी है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सत्तार ने कहा कि कुर्सियों पर उनका मालिकाना हक है इसलिए उन्होंने उन्हें दफ्तर से निकलवा लिया। आपको बता दें कि कांग्रेस की लोकल यूनिट ने अपने दफ्तर ‘गांधी भवन’ में सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग से ठीक पहले सत्तार अपने समर्थकों के साथ दफ्तर पहुंचे और वहां से 300 कुर्सियां निकलवा लीं। कुर्सियां न होने के चलते यह बैठक बाद में एनसीपी के दफ्तर में करनी पड़ी।

कांग्रेस विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री अब्दुल सत्तार | Facebook

माना जा रहा है कि औरंगाबाद के प्रभावशाली नेताओं में शुमार किए जाने वाले सत्तार को उम्मीद थी कि कांग्रेस उन्हें औरंगाबाद सीट से लोकसभा का टिकट देगी, लेकिन यहां से विधान परिषद सदस्य सुभाष झंबाद को टिकट मिल गया जिससे वह नाराज हो गए। सत्तार ने बताया, 'हां, कुर्सियां मेरी थीं और मैंने कांग्रेस की बैठकों के लिए इन्हें मुहैया कराया था। अब मैं पार्टी में नहीं हूं इसलिए कुर्सियां भी ले ली हैं। जिनको टिकट मिला है अब वही कुर्सियों की व्यवस्था करें।'

वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार सुभाष झंबाद ने इस घटना को मामूली बताते हुए कहा, 'सत्तार को जरूरत होगी इसलिए वह कुर्सियां ले गए हैं। हम निराश नहीं हैं। सत्तार अभी भी कांग्रेस में हैं, क्योंकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।' (PTI)