चुनाव जीतने के बाद बोले राम कृपाल, जनता ने महल की रानी को हरा दिया
गुरुवार को मतगणना के दौरान पाटलिपुत्र में हर वक्त रोमांचक मुकाबला देखने को मिला लेकिन अंत में जीत का परचम भाजपा के राम कृपाल यादव ने फहराया। राम कृपाल यादव को यहां 5 लाख 6 हजार 557 वोट मिले।
पटना। लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम सबसे सामने आ चुका है। केंद्र की सरकार में एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की वापसी हुई है। गुरुवार को आए परिणाम में सबकी निगाहें प्रमुख सीटों पर लगी रहीं। ऐसी ही एक सीट थी पाटलिपुत्र, जहां भाजपा के राम कृपाल यादव का मुकाबला हुआ राजद की मीसा भारती से। मीसा भारती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी हैं, जबकि राम कृपाल यादव कभी राजद के प्रमुख चेहरों में रहे हैं, ऐसे में सबकी निगाहें इस सीट पर थीं।
पाटलिपुत्र सीट पर भाजपा के राम कृपाल यादव ने जीत दर्ज की। उन्होंने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि पूरे देश में मोदी लहर थी, जिसका उन्हें फायदा मिला। रामकृपाल यादव ने कहा, “मोदी लहर का बड़ा असर हुआ है। लगातार 30-35 साल से इस इलाके में मैंने काम किया है। लोगों से जनसंपर्क रहा है और उनके सुख-दुख का साथी हूं। राजनेता नहीं बल्कि कार्यकर्ता और भाई-बेटे के रूप में यहां के लोगों से जुड़ा हूं। एक-एक घर से मेरा संपर्क है, सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी की योजनाओं को जनता तक पर पहुंचाने का काम किया। ”
राजद पर लगाया बड़ा आरोप
रामकृपाल यादव ने कहा, “मेरे खिलाफ सारा तंत्र लगाया गया, पूरा राजद परिवार, माफिया, पैसे-गुंडे सबका इस्तेमाल किया गया। लालू परिवार पूरी तरह हमारे यहां कैंपेन कर रहा था। लोगों को इमोशनल ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही थी लेकिन जनता ने अपने इस बेटे को सेवा का दोबारा अवसर देने का फैसला किया। मैं पाटलिपुत्र के लोगों का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने गरीब के बेटे को आशीर्वाद दिया और महल की रानी को हरा दिया। ”
'जिम्मेदारी संभालने को तैयार'
केंद्र में मंत्री पद के सवाल पर रामकृपाल यादव ने काह कि वो उन्हें मंत्री पद क कोई लालच नहीं है, लेकिन अगर पार्टी कोई जिम्मेदारी देती है तो वो संभालने को तैयार हैं।
'‘उम्मीद थी राजद का होगा सूपड़ा साफ’
चुनाव में राजद का खाता न खुलने के सवाल पर राम कृपाल यादव कहते हैं कि उन्हें ऐसी उम्मीद थी। उन्होंने कहा, “परिवार पार्टी को कौन मानेगा। लोकतंत्र में परिवार नहीं चलता है। आपने देखा होगा कैसे परिवारवाद का सफाया कर दिया। यहां लड़ाई थी राजा और रंक की, जन और धन की, लोकतंत्र और परिवारतंत्र की, जिसमें महान जनता ने सबको परास्त कर दिया।”
आपको बता दें कि गुरुवार को मतगणना के दौरान पाटलिपुत्र में हर वक्त रोमांचक मुकाबला देखने को मिला लेकिन अंत में जीत का परचम भाजपा के राम कृपाल यादव ने फहराया। राम कृपाल यादव को यहां 5 लाख 6 हजार 557 वोट मिले जबकि मीसा भारती 4 लाख 68 हजार 873 वोट मिले और राम कृपाल यादव एकबार फिर 39 हजार 321 वोटों से जीत कर पाटलिपुत्र के सांसद बने।