दीदी के गढ़ में चमत्कार, क्या यहीं से बनेगी सरकार? मोदी को पीएम बनाने वाली 200 सीटों का सर्वे
लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल को पहले फेज की वोटिंग होनी है। अप्रैल की बढ़ती गर्मी के साथ ही देश में चुनावी सियासत की आंच भी तेज होने लगी है
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए 11 अप्रैल को पहले फेज की वोटिंग होनी है। अप्रैल की बढ़ती गर्मी के साथ ही देश में चुनावी सियासत की आंच भी तेज होने लगी है लेकिन वोटर क्या सोच रहा है, इन्हीं सवालों के साथ इंडिया टीवी और सीएनएक्स पहले फेज की वोटिंग से पहले देश की 200 सीटों का सर्वे लेकर आया है। करीब एक दशक पहले तक बंगाल की राजनीति में जमीन पर पड़ी बीजेपी अब ममता की पार्टी के गले तक पहुंच चुकी है और इस बार प्रधानमंत्री मोदी की तैयारी पश्चिम बंगाल को सीढ़ी बनाकर दिल्ली में सत्ता पर पहुंचने की है लेकिन इसके लिए ममता बनर्जी की सियासत को मात देना जरूरी है।
क्या है बंगाल में बीजेपी का हाल?
2014 में भले ही पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में बीजेपी सिर्फ 2 जीत पाई हो लेकिन 2019 आते-आते बंगाल की खाड़ी में बहुत पानी गिर चुका है। मतलब ये कि बंगाल बदल चुका है। बीजेपी ने इस बार बंगाल में 22 सीटों का टारगेट रखा है लेकिन क्या ये मुमकिन है। इस सवाल का जवाब बंगाल में पहले फेज के चुनाव की तारीख के साथ सामने आए इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन से मिल रहा है। पश्चिम बंगाल में कुल 42 सीट हैं जिनमें से बीजेपी को 12, टीएमसी को 28, लेफ्ट को 01 और कांग्रेस को 01 सीट मिलने का अनुमान है।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल से साफ है कि बंगाल में इस बार बयार का रुख अलग है। ये हवा और तेज़ होगी, क्योंकि बंगाल में सभी सातों फेज में चुनाव हैं, और प्रधानमंत्री मोदी की कई और रैलियां हैं। यानी मां, माटी, मानुष के नारे से परवान चढ़ी ममता की सियासत को बड़ा झटका लगना तय है।
क्या है नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी का हाल?
बीजेपी का बंगाल के साथ-साथ पूरे नॉर्थ ईस्ट पर भी ज़ोर है। नॉर्थ ईस्ट की 25 लोकसभा सीटें दिल्ली की राह आसान कर सकती है। इसी का नतीजा है कि कभी बीजेपी की सियासत के लिए ऊसर रहे पूर्वोत्तर के कई राज्यों में अब भगवा परचम लहरा रहा है।
असम को मिलाकर नॉर्थ ईस्ट में लोकसभा की 25 सीटें हैं। मौजूदा वक्त में बीजेपी के पास 8 सीटें है, कांग्रेस के पास भी 8 और बाकी सीटें क्षेत्रीय दलों के कब्जे में है। 2019 में बीजेपी ने नॉर्थ ईस्ट की 21 सीटें जीतने का टारगेट रखा है। असम नॉर्थ ईस्ट में सबसे ज्यादा 14 सीटों वाला राज्य है। यहां बीजेपी को 05, कांग्रेस को 05, एआईयूडीएफ को 02 और अन्य को 02 सीटें मिलने का अनुमान है।
क्या है ओडिशा में बीजेपी का हाल?
बंगाल और नॉर्थ ईस्ट की तरह ही बीजेपी इस बार ओडिशा की चुनावी बाजी में भी अव्वल आने की कोशिश में जुटी है। यहां प्रधानमंत्री मोदी तीन दिन में दो रैलियां कर चुके हैं। 2014 की मोदी लहर के बावजूद बीजेपी यहां सिर्फ एक सीट जीत पाई थी लेकिन बंगाल की तरह ही ओडिशा में भी बीजेपी का ग्राफ पांच साल में लगातार बढ़ा है। ओपिनिय़न पोल के मुताबिक यहां बीजेपी को 06, बीजेडी को 14 और कांग्रेस को 01 सीट मिलने का अनुमान है।
क्या है बिहार में बीजेपी का हाल?
बिहार में लोकसभा की 40 सीटे हैं। बीजेपी और जेडीयू 17- 17 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि एलजेपी के खाते में 6 सीटें गई हैं। एनडीए को टक्कर देने के लिए कांग्रेस, आरजेडी, लेफ्ट, RLSP और एनसीपी एक साथ एक जुट होकर मैदान में हैं। 2014 में बिहार की 40 सीटों में से बीजेपी ने 22 सीटें जीतीं थी, तब जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी। इस बार जेडीयू भी साथ है। ओपिनिय़न पोल के मुताबिक यहां बीजेपी को 14, आरजेडी को 08, जेडीयू को 09, कांग्रेस को 03, एलजेपी को 03, आरएलएसपी को 01 और अन्य को खाते में 02 सीटें आने का अनुमान है।