लखनऊ। 19 मई को आखिरी चरण का मतदान होना है। आखिरी चरण से पहले सभी दलों के नेता जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं, लेकिन आखिरी चरण के मतदान से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। दरअसल योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने पूर्वांचल की तीन सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को समर्थन दिया है।
लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहे ओम प्रकाश राजभर ने मिर्जापुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि मिजार्पुर, महाराजगंज और बांसगांव में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का पर्चा खारिज होने की वजह से यह फैसला लिया गया है।
अरुण राजभर ने कहा कि पर्चा खारिज होने के बाद कार्यकर्ताओं के सुझाव पर पार्टी ने कांग्रेस और गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन तीनों सीटों पर पार्टी कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशी को हराने का काम करेंगे। आपको बता दें कि लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा से समझौता ना होने के बाद राजभर ने पूर्वांचल के 39 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, इनमें प्रधानमंत्री मोदी की संसदीय वाराणसी सीट भी शामिल है।
आपको बता दें कि ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्रीपद से इस्तीफा दे चुके हैं, हालांकि उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है। राजभर का कहना है कि वह इस मसले पर चुनाव आयोग में लिखित शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन चुनाव आयोग भाजपा से मिलीभगत के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।