बेंगलुरु: जनता दल (सेक्युलर) के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने लोकसभा चुनाव लड़ने पर संशय बरकरार रखते हुए मंगलवार को कहा कि वह अब भी इस पर फैसला नहीं ले पाएं हैं और राष्ट्रीय राजधानी में अपनी ‘जरूरत’ के बारे में विचार कर रहे हैं। अपनी उम्र का हवाला देते हुए 85 वर्षीय नेता ने कहा कि उनमें अब वह शक्ति नहीं जो 1996 में थी जब वह प्रधानमंत्री बने थे लेकिन उनके ‘उत्साह’ में कोई कमी नहीं आई है।
साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विपक्षी पार्टियों की प्रतिद्वंद्वी अब भाजपा है न कि कांग्रेस । उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ खड़े रहेंगे और उनके नेतृत्व में देश की बेहतरी के लिए जो कुछ भी बन पड़ेगा, वह करेंगे।
देवगौड़ा ने कहा, “मैं कहां से चुनाव लड़ूंगा या नहीं लड़ूंगा, मुझे लगता है कि इसका निर्णय करने की स्वतंत्रता तो मेरे पास है ही। इस पर कुछ दिन में फैसला लेते हैं, कोई समस्या नहीं है। लेकिन मैं स्वयं दिल्ली में मेरी उपयोगिता के बारे में विचार कर रहा हूं। मैं यह देख रहां हूं, मैं तब निर्णय करूंगा।” ऐसी अटकले हैं कि अगर देवगौड़ा चुनाव लड़ते हैं तो वह या तो बेंगलुरु उत्तर से या तुमकुर सीट से लड़ेंगे।