नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में मतदान से कुछ घंटे पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा। दिल्ली सरकार में मंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजकुमार चौहान शनिवार को भाजपा में शामिल हो गये। उत्तर पश्चिम दिल्ली की सीट से टिकट न दिये जाने के बाद से चौहान कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। पार्टी ने दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया को इस सीट से टिकट दी है।
शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे राजकुमार चौहान केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। चौहान ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में भरोसा है और वह भाजपा के साथ अपने खटीक समुदाय को मजबूती से जोड़ने के लिए काम करेंगे।
राजकुमार चौहान ने सुविधा की राजनीति की है – हारून यूसुफ
राजकुमार चौहान के भाजपा में शामिल होने को ‘अफसोसनाक’ करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कहा कि चौहान ने सुविधा की राजनीति की है। डीपीसीसी के कार्यकारी हारून यूसुफ ने यह भी दावा किया कि चौहान के जाने से कांग्रेस की संभावना पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि दिल्ली में भाजपा के खिलाफ माहौल है।
हारून यूसुफ ने कहा, ‘‘मुझे दुख है कि उन्होंने ने इस तरह का कदम उठाया। उन्होंने किसी से बात नहीं की। जिस पार्टी ने उन्हें लंबे समय तक मंत्री बनाये रखा, अब उसे छोड़ दिया। उनका यह फैसला बहुत ही अफसोसनाक है। कांग्रेस ने उनको सबकुछ दिया। अगर कमियां थीं तो पहले कहना चाहिए था। अब सुविधा की राजनीति कर रहे हैं। कुछ लोगों की यह आदत बन गई है कि वे वो सबकुछ भूल जाते हैं कि पार्टी ने उन्हें क्या दिया।’’