नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने अपनी सलाह पर राजस्व विभाग की ओर से ‘बेढंगे एवं हल्के’ लहजे में दिए गए जवाब पर बुधवार को फटकार लगाई है। आयोग ने राजस्व विभाग को सलाह दी थी कि चुनाव के दौरान उसकी प्रवर्तन एजेंसियों की कोई भी कार्रवाई निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित होनी चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसपर विभाग ने जवाब देते हुए कहा था कि उसकी कार्रवाई हमेशा राजनीतिक संबंधों पर गौर किये बिना ‘तटस्थ’, ‘निष्पक्ष’ तथा ‘भेदभाव रहित’ होती है। विभाग ने आयोग से आयकर विभाग के साथ चुनावी प्रक्रिया में अवैध धन के उपयोग के बारे में सूचना साझा करने को भी कहा था।
राजस्व विभाग के जवाब पर आयोग ने कहा, ‘चुनाव आयोग उसकी ओर से दी गई पूर्ण निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित रहने वाली सलाह पर राजस्व विभाग की तरफ से अनौपचारिक एवं हल्के ढंग से दी गई प्रतिक्रिया पर अत्यंत आक्रोश प्रकट करता है। सलाह को लागू करने के तरीकों का ब्योरा देने की बजाए विभाग ने जवाबी सलाह देने की गुस्ताखी की। स्थापित शिष्टाचार के उल्लंघन और एक संवैधानिक प्राधिकरण को संबोधित करने के लिए इस्तेमाल किए गए लहजे एवं तरीके पर अत्यंत निराशा व्यक्त करता है।’
चुनाव आयोग ने कहा, ‘इसलिए आयोग राजस्व विभाग को अनुचित टिप्पणी करने के लिए फटकार लगाता है और उम्मीद करता है कि आयोग की तरफ से उक्त परामर्श में जारी किए गए निर्देशों का अक्षरश: पालन होगा।’ आपको बता दें कि आम चुनावों के कारण 10 मार्च से आचार संहिता लागू होने के बाद आयकर विभाग ने राजनेताओं तथा उनसे जुड़े लोगों पर कई छापे मारे हैं। विपक्षी दलों ने इसे चुनाव के दौरान केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करार दिया है।