रामपुर: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर विवादित बयान के चलते चुनाव आयोग द्वारा 72 घंटों का बैन लगने के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान ने इसे भेदभावपूर्ण कार्रवाई बताया है। अब्दुल्ला आजम ने चुनाव आयोग पर एकतरफा कार्रवाई के आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पिता पर मुसलमान होने के चलते बैन लगाया गया है। अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि आजम खान ने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था। आपको बता दें कि अब्दुल्ला रामपुर की स्वार सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं।
‘चुनाव आयोग ने सफाई तक का मौका नहीं दिया’
आजम खान के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे का बैन लगने के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'बैन लगाकर खामोश नहीं कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने हमारे ऊपर एकतरफा कार्रवाई की है।' उन्होंने कहा कि मुसलमान होने के चलते उनके पिता आजम खान पर बैन लगाया गया है। अब्दुल्ला ने कहा, 'उन्होंने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने सफाई तक का मौका नहीं दिया। मैं जानता हूं कि मोदी को खुश करने के लिए आयोग ने बैन लगाया है।'
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चुनाव आयोग ने लगाई 3 दिन की रोक
उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी आजम खान के भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा के खिलाफ एक तथाकथित विवादित बयान को लेकर FIR भी दर्ज की गई। वहीं, इसपर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने उनके 3 दिन तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है। आयोग ने खान के आपत्तिजनक बयान को चुनाव आचार संहिता उल्लंघन माना और कड़ी फटकार भी लगाई। इस बैन के चलते आजम अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगे, जबकि रामपुर में 18 अप्रैल को ही चुनाव होने हैं।
क्या कहा था आजम खान ने
सोशल मीडिया पर वायरल सामग्री के अनुसार खान ने अपनी चुनाव रैली में कहा था, 'रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिन्दुस्तान वालों, उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गये। मैं 17 दिनों में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह खाकी रंग का है।' हालांकि आजम ने एक दिन बाद सफाई देते हुये कहा कि उन्होंने अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया और अगर किसी का नाम लिया हो तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।