नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को एक और बड़ा झटका लग सकता है। चांदनी चौक से पार्टी विधायक अलका लांबा ने कांग्रेस में वापसी के संकेत दिए हैं। बता दें कि अलका लांबा और पार्टी के बीच मतभेद की खबरें काफी समय से आ रही थीं।
आज मीडिया से बात करते हुए अलका लांबा ने कहा, ''अभी तक मेरे पास कांग्रेस की ओर से इस तरह से कोई प्रस्ताव नहीं आया है। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव कांग्रेस की ओर से आता है तो यह मेरे लिए सम्मान की बात होगी। मैं कांग्रेस पार्टी को 20 साल दिए हैं। अब यह कांग्रेस को तय करना है, बिना निमंत्रण के पहुंचे अतिथि का कहीं सम्मान नहीं होता है।''
बताया जा रहा है कि अलका लांबा की इच्छा चांदनी चौक से सांसद बन कर संसद में पहुंचने की है, लेकिन यहां से आप पहले ही पंकज गुप्ता को पार्टी प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। ऐसे में इस सीट से अलका लांबा का आप के टिकट पर लड़ पाना मुश्किल है।
2014 में आप में शामिल होने से पहले अलका लांबा कांग्रेस में 20 साल रह चुकी हैं। वह कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनीं थी। 2003 में उन्होंने मोती नगर विधानसभा सीट से भाजपा नेता मदन लाल खुराना के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गईं थी।